छत्तरपुर : छत्तरपुर थाना क्षेत्र की उदयगढ़ पंचायत के धोबीडीह निवासी शंभु यादव ने अपने चार बच्चों संग पत्नी को तीन दिनों से कमरे में बंद कर रखा था. शंभु की पत्नी रीता देवी के मायकेवालों ने इसकी सूचना महिला थाना को दी. मायके वालों का आरोप है कि इसके बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.
सोमवार को पुनः रीता के परिजन फरियाद लेकर महिला थाना गये. तब जाकर पुलिस ने रीता व उसके बच्चों को मुक्त कराया और शंभु को गिरफ्तार कर थाना ले गयी. इस घटना की बाबत रीता ने महिला थाना में पति शंभु के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने को लेकर आवेदन दिया है. रीता ने बताया कि उसकी शादी 2004 में शंभु के साथ हुई थी, जिससे उसे तीन बेटी व एक बेटा है. शादी के बाद शंभु का हरिहरगंज की एक युवती के साथ अनैतिक संबंध है. जिससे वह शादी करने को लेकर उसे व उसके चारों बच्चों को जान से मारने की नीयत से कमरे में बंद कर रखा था.
इतना ही नहीं, उसके बेटे परशुराम को चॉकलेट में जहर मिला कर खिला दिया था. लेकिन गांव के ही एक आदमी ने तुरंत बेटे की जान बचायी. शंभु को एक वर्ष पूर्व हरिहरगंज की उस युवती के साथ आपत्तिजनक हालत में लड़की के परिजनों ने पकड़ लिया था, जिसे लेकर पंचायत हुई थी. पंचायत में अर्थदंड के रूप में दो लाख रुपये देने थे. लेकिन शंभु ने परिजन को एक लाख रुपये ही दिये. रीता ने थाना प्रभारी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है. इस संबंध में डीएसपी शंभु कुमार सिंह ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है. रीता को कानूनी मदद दी जायेगी व उसके पति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी.