मेदिनीनगर : नैक से ग्रेडिंग प्राप्त करने तथा सरकारी अनुदान के लिए सभी कॉलेजों को नैक (नेशनल असेसमेंट अक्रिडिएसन काउंसिल) टीम के दौरे से पहले 15 फरवरी तक एसएसआर (सेल्फ स्टडी रिपोर्ट) भेजा जाना अनिवार्य है. ऐसा नहीं होने पर स्वत: ही पहली रिपाेर्ट निरस्त मानी जायेगी. ऐसी स्थिति में तीनों अंगीभूत कॉलेजों द्वारा दूसरी यानी एसएसआर रिपोर्ट भेजे जाने की तैयारी चल रही है.
रजिस्ट्रार जयंत शेखर ने बताया कि नैक की तैयारी को लेकर सभी अंगीभूत कॉलेजों को 15 जनवरी तक प्रथम रिपोर्ट भेजे जाने को सुनिश्चित करने को कहा गया था. इस पर अमल करते हुए तीनों अंगीभूत कॉलेजों ने अपनी आइआइक्यूए रिपोर्ट नैक की बेवसाइट पर अपलोड कर दी है. इसके साथ ही 30 दिन के अंदर यानी 15 फरवरी तक दूसरी रिपोर्ट भी नैक की वेबसाइट पर अपलोड करनी है.
रजिस्ट्रार ने कहा कि नैक से ग्रेडिंग प्राप्त होने के बाद ही विश्वविद्यालय तथा कॉलेजों को रूसा अथवा यूजीसी व राज्य सरकार से अनुदान की राशि प्राप्त हो सकेगी. रांची में 18 दिसंबर को आयोजित बैठक में और रूसा के निदेशक द्वारा विवि प्रशासन को नैक कराने के निर्देश दिये गये थे.
उन्होंने बताया कि नैक की टीम द्वारा कॉलेजों का दौरा किये जाने से पूर्व की यह तैयारियां ही उन्हें बेहतर ग्रेडिंग दिला सकती है. नैक टीम द्वारा कॉलेजों के संबंघ में भेजे गये अनुशंसा के आधार पर ही कॉलेजों को ग्रेडिंग प्रदान की जाती है. इसके आधार पर विभिन्न ग्रेडिंग के अनुकूल उन्हें अनुदान राशि प्राप्त होती है. जिससे कॉलेजों में शैक्षणिक सुधार व लैब आदि की स्थापना के साथ ही अन्य गतिविधियों को बढ़ावा मिलता है.