पाकुड़/पाकुड़िया आदिवासी सरना धर्म कोड की मांग को लेकर झामुमो पूरी तरह से सक्रिय हो गया है. इसे लेकर शनिवार को पाकुड़ प्रखंड के धनुष पूजा स्थित झामुमो कार्यालय एवं पाकुड़िया प्रखंड कार्यालय में झामुमो कार्यकर्ताओं की आवश्यक बैठ हुई. दोनों बैठकों में आगामी 27 मई को जिला मुख्यालय गोकुलपुर स्थित पेट्रोल पंप के सामने प्रस्तावित एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर रणनीति बनायी गयी. पाकुड़ में आयोजित बैठक की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष मुस्लेउद्दीन शेख ने की, जबकि पाकुड़िया में हुई बैठक की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष मोतीलाल हांसदा ने की. पाकुड़िया की बैठक में मंच संचालन प्रखंड सचिव मैनुद्दीन अंसारी ने किया. प्रखंड अध्यक्षों ने केंद्र की भाजपा सरकार पर आदिवासी विरोधी मानसिकता अपनाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सरना धर्म कोड को लागू किए बिना जातिगत जनगणना कराना आदिवासियों की धार्मिक पहचान और अधिकारों के साथ अन्याय है. झामुमो हमेशा से आदिवासी समाज के हितों के लिए संघर्ष करता रहा है और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस लड़ाई के अग्रदूत हैं. कहा कि जब तक सरना धर्म कोड को मान्यता नहीं दी जाती, तब तक पार्टी राज्यभर में जातिगत जनगणना नहीं होने देगी. इसी मांग को लेकर आगामी 27 मई को पार्टी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में जिला मुख्यालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करेंगे. बैठक में राजेश सरकार, अजफरूल शेख, रामसिंग टूडू, इस्माइल रहमान, पतरस मरांडी, नजरुल इस्लाम, बसीर शेख, सत्तार शेख आदि थे,
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