नगर प्रतिनिधि, पाकुड़.
परिसदन भवन में मंगलवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा के लिट्टीपाड़ा विधायक हेमलाल मुर्मू व महेशपुर विधायक स्टीफन मरांडी ने संयुक्त प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर सरकार जातिगत जनगणना से पहले आदिवासी धर्मकोड की घोषणा नहीं करती है तो यह आंदोलन उग्र रूप लेगा और इसे राज्य से लेकर देश की राजधानी दिल्ली तक ले जाया जाएगा. विधायक हेमलाल मुर्मू ने कहा कि यह एक तरह का अल्टीमेटम है. आने वाले 4 जून को सभी जिला मुख्यालयों में विशाल आमसभा का आयोजन किया जाएगा. पाकुड़ में 10 से 15 हजार लोगों की भीड़ जुटायी जाएगी, जहां यह बताया जाएगा कि भाजपा आदिवासी विरोधी पार्टी है. वहीं, महेशपुर विधायक स्टीफन मरांडी ने कहा कि जब तक आदिवासी धर्मकोड की घोषणा नहीं होती, तब तक जातिगत जनगणना नहीं होने दी जाएगी. यह आदिवासियों के अस्तित्व का सवाल है. उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह आदिवासियों को धीरे-धीरे विलुप्त करने की साजिश कर रही है. झामुमो अन्य राज्यों के आदिवासी संगठनों से संपर्क में है और जल्द ही दिल्ली में देशव्यापी आंदोलन किया जाएगा. विधायकों ने साफ कहा कि पांचवीं अनुसूची के अंतर्गत आने वाले गांवों में ग्राम सभा की अनुमति के बिना कोई भी सरकारी योजना, दुकान या अन्य व्यावसायिक गतिविधि नहीं चलायी जाएगी. भाजपा आदिवासी समाज को गुमराह कर रही है, लेकिन हम उसका हर स्तर पर विरोध करेंगे.ग्राम सभा की स्वीकृति के बिना नहीं खुलेगी शराब की दुकान : हेमलाल
लिट्टीपाड़ा विधायक हेमलाल मुर्मू ने आरोप लगाया कि भाजपा राज्यभर में हेमंत सरकार के खिलाफ पुतला दहन करवा रही है. कहा कि भाजपा लोगों के बीच भ्रम फैलाते हुए अनुसूचित क्षेत्रों में आदिवासियों के गांवों में शराब की दुकानें खुलवाकर उन्हें बर्बाद करने की बात कह रही है. हेमलाल मुर्मू ने साफ किया कि झामुमो इसका विरोध करता है. ट्राइबल एडवाइजरी कमेटी ने निर्णय लिया है कि अनुसूचित क्षेत्रों में अब पेशा कानून को सख्ती से लागू किया जाएगा. ग्राम सभा की स्वीकृति के बिना कोई भी कार्य, चाहे वह शराब की दुकान हो या होटल, नहीं खोला जाएगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है