भंडरा़ सुदूर गांवों तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भंडरा में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ संजय कुमार की अध्यक्षता में प्रखंड के सभी सीएचओ की बैठक हुई. बैठक में ग्रामीणों को बेहतर और सुलभ स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने पर विशेष जोर दिया गया. प्रभारी चिकित्सक ने सभी सीएचओ को निर्देश दिया कि वे ग्रामीणों को जागरूक करें ताकि लोग झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज न करायें और सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठायें. बैठक में 10 नवंबर से 26 नवंबर तक चलने वाले कुष्ठ रोगी खोज अभियान की तैयारी पर भी चर्चा की गयी. इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी पंचायतों में टीमें गठित की गयी हैं, जिनकी निगरानी सुपरवाइजर करेंगे. प्रत्येक गांव में सहिया और एक पुरुष कर्मी द्वारा संभावित कुष्ठ रोगियों की खोज की जायेगी. साथ ही सरकारी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में संदेहास्पद रोगियों की पहचान कर उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा जायेगा. प्रभारी ने बताया कि कुष्ठ मरीज मिलने पर उसका मुफ्त इलाज किया जायेगा और प्रत्येक माह 500 रुपये की सहायता राशि दी जायेगी. मौके पर डॉ संजय कुमार, बीपीएम मैरी बेक, सीएचओ अंजना साहू, सुनीता उरांव, अनीता कुमारी सहित कई स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे. क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार : भंडरा प्रखंड में झोलाछाप डॉक्टरों की संख्या लगातार बढ़ रही है. एक गांव में दो-तीन झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक खोलकर लोगों का इलाज कर रहे हैं. इन झोलाछाप डॉक्टरों में कई बंगाल क्षेत्र से आकर यहां क्लीनिक संचालित कर रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि दो साल किसी दवा दुकान में काम करने के बाद ये लोग खुद को डॉक्टर घोषित कर देते हैं. झोला लेकर गांव-गांव घूमकर इलाज करते हैं और क्लीनिक खोल लेते हैं. इन पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने से इनका मनोबल लगातार बढ़ रहा है.
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