भंडरा़ छठ महापर्व को लेकर पूरे प्रखंड में धार्मिक उत्साह का माहौल है. सभी गांवों के छठ घाटों में साफ-सफाई का कार्य तेजी से चल रहा है. प्रखंड प्रशासन द्वारा भी घाटों की सफाई करायी जा रही है. इस पवित्र पर्व में हर व्यक्ति अपना योगदान देना चाहता है, जिससे सामूहिकता की भावना स्पष्ट झलक रही है. ग्रामीण स्वयं श्रमदान कर छठ घाटों, सड़कों और आसपास के क्षेत्रों की सफाई कर रहे हैं. साथ ही छठव्रतियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पानी का छिड़काव भी किया जा रहा है. नहाय-खाय के साथ छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है. भंवरो नदी छठ घाट में भगवान सूर्यदेव की प्रतिमा स्थापित कर होती है पूजा : भंवरो गांव स्थित भंवरो नदी छठ घाट पर भगवान सूर्यदेव की पांच घोड़ों के रथ पर सवार प्रतिमा स्थापित कर सामूहिक पूजा की परंपरा है. छठ पूजा समिति के अध्यक्ष अमरेश साहू ने बताया कि इस पर्व में पूरे गांव के लोग मिलकर व्यवस्था करते हैं. टेंट, लाइट और अन्य सुविधाओं की पूरी जिम्मेदारी समिति निभाती है. छठ घाट पर प्रतिमा स्थापना की परंपरा छह वर्ष पूर्व समिति द्वारा शुरू की गयी थी, जो आज भी निरंतर जारी है. अखिलेश्वर धाम में छठ पूजा के प्रति लोगों की विशेष आस्था : वहीं, भंडरा के अखिलेश्वर धाम में छठ पूजा के प्रति लोगों की विशेष आस्था है. यहां स्थित पवित्र अखिलेश्वर तालाब का जल शुद्ध और साफ रहता है. इस घाट पर न केवल भंडरा बल्कि अकाशी, कुम्हारिया, बड़ागांई सहित आसपास के गांवों के व्रती भी पूजा करने आते हैं. अखिलेश्वर धाम के पुजारी भजन शर्मा द्वारा सामूहिक पूजा और सत्यनारायण कथा व्रत कराया जाता है. हर वर्ष इस घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है.
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