कुड़ू़ प्रभु यीशु मसीह के जन्मोत्सव क्रिसमस को लेकर पूरे कुड़ू प्रखंड में मसीही समुदाय के बीच उल्लास और भक्ति का माहौल है. प्रभु के आगमन के स्वागत में प्रखंड के तमाम चर्च और गिरजाघरों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है. जीइएल चर्च हाताटोली में विशाल क्रिसमस ट्री बनाया गया है, वहीं, आरसी मिशन चर्च में प्रभु यीशु के जन्म के दृश्य को दर्शाती सुंदर चरनी सजायी गयी है. पर्व को लेकर पिछले तीन दिनों से विशेष तैयारियां चल रही हैं. बुधवार शाम चार बजे से ही गिरजाघरों में विशेष मिस्सा पूजा और प्रभु के आगमन की आराधना शुरू हो गयी, जो देर रात तक चलेगी. मध्यरात्रि 12 बजे जैसे ही प्रभु यीशु का अवतरण होगा, संपूर्ण मसीही समाज खुशियों में सराबोर हो एक-दूसरे को क्रिसमस की बधाई देंगे. प्रेम ही ईश्वर है और प्रेम में ही मानव कल्याण है : प्रभु यीशु मसीह के संदेशों पर प्रकाश डालते हुए जीइएल चर्च हाताटोली के प्रचारक धीरेन लकड़ा ने कहा कि प्रभु ने मानव कल्याण के लिए ही धरती पर जन्म लिया था. उनका मार्ग था कि निरंतर सेवा कार्य करते रहो, तुम्हारा कल्याण अवश्य होगा. सुजीत लकड़ा ने कहा, प्रभु यीशु ने हमेशा प्रेम बांटने का संदेश दिया, क्योंकि प्रेम में ही ईश्वर का वास है. आनंद टोप्पो ने कहा, प्रभु का संदेश था कि प्रेम से ही मानवता का उद्धार संभव है. अनुज टोप्पो ने बताया कि क्रिसमस केवल त्योहार नहीं, बल्कि ईश्वर और मानव के मिलन का महापर्व है. इस दौरान रातभर अनुष्ठान के जरिये उनके संदेश को जन-जन तक पहुंचाया जाता है. अमनोन तिग्गा ने कहा कि प्रभु का पुनर्जन्म मानवता के कल्याण के लिए हुआ था. उनके शांति और करुणा के संदेश को अपनाना ही उनके आगमन की सच्ची खुशी है. वहीं, अन्य प्रबुद्धजनों ने भी इस पावन अवसर पर अपने विचार साझा किये़
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