लोहरदगा. मां दमयंती देवी सेंचुरी फॉर एजुकेशनल नर्चर स्कूल में शुक्रवार को हाइजीनिक लिक्विड डे का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को गर्मी और लू से बचाव के लिए स्वच्छ एवं प्राकृतिक पेयों के प्रति जागरूक करना था. कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय परिसर में एक विशेष सभा के साथ हुई, जिसमें स्वास्थ्य विशेषज्ञों एवं शिक्षकों ने बच्चों को कृत्रिम पेयों से होने वाले नुकसान और देसी पेयों के स्वास्थ्यवर्धक गुणों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कोल्ड ड्रिंक्स जैसे पेय पदार्थों में अत्यधिक मात्रा में चीनी एवं हानिकारक रसायन होते हैं, जो बच्चों की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं. इसके विपरीत गन्ने का रस, आम पन्ना, नींबू पानी, लस्सी और मट्ठा जैसे पारंपरिक पेय न केवल शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं, बल्कि पोषण से भी भरपूर होते हैं. विद्यालय परिसर में सभी छात्रों को गन्ने का रस पिलाया गया और इसकी पौष्टिकता को लेकर जागरूक किया गया. कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने पोस्टर मेकिंग और स्लोगन लेखन जैसी रचनात्मक गतिविधियों में भी भाग लिया. बच्चों ने पर्यावरण और स्वास्थ्य पर केंद्रित संदेशों के माध्यम से विषय को गहरायी से समझा.इस अवसर पर विद्यालय के चेयरमैन राजेश अग्रवाल ने कहा, आज बच्चों को सिर्फ किताबी ज्ञान नहीं, बल्कि व्यवहारिक जीवन से जुड़ी शिक्षा देना जरूरी है। हमें उन्हें बाजार के आकर्षक लेकिन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक पेयों से दूर रखकर पारंपरिक देसी पेयों की ओर प्रेरित करना चाहिए। यह पहल स्वास्थ्य के साथ-साथ हमारी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ाव का भी माध्यम है. विद्यालय के प्राचार्य श्री मनोज पांडेय ने कहा कि, विद्यालय सदैव छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन करता रहेगा. अभिभावकों को भी चाहिए कि वे घर पर बच्चों को स्वस्थ विकल्पों को अपनाने के लिए प्रेरित करें.कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं, शिक्षक और अभिभावक शामिल हुए, जिससे आयोजन को और भी प्रभावशाली व सफल बनाया जा सका।
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