लोहरदगा़ शहरी क्षेत्र के कुटमू में सामुदायिक वन पालन संस्थान कार्यालय का उद्घाटन शुकरू उरांव ने किया़ मौके पर संस्थान के कोऑर्डिनेटर बिफई भगत, वाल्मीकी भेंगरा, शिव शंकर टाना भगत मौजूद थे. उन्होंने बताया कि संस्थान का उद्देश्य लोहरदगा जिले के कुड़ू, किस्को और पेशरार प्रखंड के 65 गांवों में वन अधिकार कानून 2006 को प्रभावी रूप से लागू करना है. इसके तहत अनुसूचित जनजाति एवं अन्य परंपरागत वनवासी समुदायों को उनके सामुदायिक और व्यक्तिगत वन अधिकारों की मान्यता दिलाने का कार्य किया जायेगा. कोऑर्डिनेटरों ने बताया कि कार्यालय खोलने का मुख्य उद्देश्य सामुदायिक दावा पत्र भरने, उसे अनुमंडल कार्यालय में जमा कराने और ग्रामीणों को कानूनी प्रक्रिया में सहयोग प्रदान करना है. कार्यक्रम के दौरान अलेक्स टोप्पो, धर्मेश भगत, सूर्यमणि भगत, कुंदन गुप्ता, प्रकाश भारती, विजय भगत, संपत्ति तूरी और अभिषेक किंडो को सामुदायिक वन पालन संस्थान की जिम्मेदारी सौंपी गयी. वक्ताओं ने कहा कि वन अधिकार कानून लागू हुए 17 वर्ष बीत चुके हैं, लेकिन आज भी यह कानून पूर्ण रूप से ग्रामीणों तक नहीं पहुंच सका है. कई लोग अपने सामुदायिक और व्यक्तिगत अधिकारों से वंचित हैं. संस्थान की पहल से अब इस दिशा में ठोस कार्य किया जायेगा ताकि वनवासी समुदायों को उनका हक मिल सके. संस्थान के प्रतिनिधियों ने बताया कि अब तक झारखंड में 5000 व्यक्तिगत दावा पत्र दिये गये हैं और 1500 सामुदायिक दावे किये गये हैं. इनमें से 125 सामुदायिक दावा पत्र और 2000 व्यक्तिगत दावा पत्र स्वीकृत हुए हैं. कार्यक्रम में काफी संख्या में लोग मौजूद थे़
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