लोहरदगा़ उपायुक्त डॉ ताराचंद की अध्यक्षता में पंचायत कर गोइठ कार्यक्रम का 15वां संस्करण आयोजित किया गया. कार्यक्रम में उपायुक्त ने सभी मुखिया से अपील की कि वे अपने-अपने पंचायतों में किसानों को रबी फसल की खेती के लिए प्रेरित करें. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बीज विनिमय योजना के तहत रबी फसल का उन्नत किस्म का बीज 50 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध कराया जा रहा है. बीज की गुणवत्ता कई चरणों में जांची जाती है. इसके बावजूद अगर बीज खराब निकलता है या फसल की उपज प्रभावित होती है, तो इसके लिए मुआवजा देने का भी प्रावधान है. उन्होंने कहा कि किसानों को यह अवसर नहीं गंवाना चाहिए, क्योंकि निजी कंपनियों से बीज खरीदना महंगा सौदा साबित होता है. साथ ही एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के तहत किसानों को मात्र छह प्रतिशत ब्याज पर ऋण भी उपलब्ध है. उत्पाद की बिक्री बेहतर मूल्य पर संभव : उपायुक्त ने कहा कि यदि गांवों की उपलब्ध भूमि पर कृषि कार्य बढ़ाया जाये और किसान एफपीओ का गठन करें, तो उत्पाद की बिक्री बेहतर मूल्य पर संभव है. उन्होंने बताया कि एफपीओ का सालाना ट्रांजेक्शन मजबूत होने पर सरकार अधिकतम अनुदान भी देती है, जिसे वापस नहीं करना होता. इसके लिए एफपीओ का तीन वर्ष पुराना होना और निर्धारित मानक के अनुरूप ट्रांजेक्शन आवश्यक है. पलायन रोकने पर जोर : उपायुक्त ने कहा कि जिला से पलायन बड़ी समस्या है. इसे रोकने के लिए एफपीओ के माध्यम से सामूहिक उत्पादन कर आय बढ़ायी जा सकती है. एक ही प्रकार की फसल अधिक मात्रा में होगी, तो उसका बेहतर मूल्य प्राप्त होगा. जिला प्रशासन इसके लिए हर संभव सहयोग करेगा. सिंचाई के लिए बोल्डर चेकडैम का सुझाव : इस मौके पर मौजूद मुखिया ने सिंचाई में पानी की कमी की समस्या बतायी. उपायुक्त ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्र होने के कारण बारिश का पानी नीचे बह जाता है. बोल्डर चेकडैम बनाकर इस पानी को रोककर सिंचाई में उपयोग किया जा सकता है. आंगनबाड़ी केंद्र, स्वास्थ्य और शिक्षा पर विशेष निर्देश : उपायुक्त ने कहा कि सभी आंगनबाड़ी केंद्र नियमित खुलें और निर्धारित मानक के अनुरूप भोजन मिले. कोई भी बच्चा वंचित न रहे. बच्चों को नियमित विद्यालय भेजने और ज्ञान केंद्र में उपस्थित होने पर बल दिया. कुरीतियों को पंचायतों से मिलकर समाप्त करें : उन्होंने बाल विवाह, डायन प्रथा और नशापान जैसी कुरीतियों को पंचायतों से मिलकर समाप्त करने पर जोर दिया. हड़िया और शराब निर्माण को पूरी तरह रोकने की अपील की. स्वास्थ्य टीम के साथ नियमित बैठक, गर्भवती महिलाओं की जांच, बच्चों के टीकाकरण, मातृत्व वंदना योजना, जननी सुरक्षा योजना तथा आयुष्मान कार्ड का लाभ सुनिश्चित करने को कहा. बच्चों से भी की बातचीत : उपायुक्त ने बेटहठ और रामपुर पंचायत के ज्ञान केंद्रों में अध्ययनरत बच्चों से बातचीत की. बच्चों ने अध्ययन सुविधा उपलब्ध कराने के लिए उपायुक्त का धन्यवाद दिया. उपायुक्त ने सभी बच्चों को मन लगाकर पढ़ाई करने की प्रेरणा दी. बैठक में अपर समाहर्ता जितेंद्र मुंडा, आइटीडीए परियोजना निदेशक सुषमा नीलम सोरेंग, जिला पंचायत राज पदाधिकारी अंजना दास सहित जिला स्तरीय पदाधिकारी तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी और सभी मुखिया शामिल थे.
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