तसवीर-23 लेट-1 चंदवा का ट्रामा सेंटर वरीय संवाददाता, लातेहार जिले के लिए सड़क दुर्घटना एक बड़ी समस्या बन गयी है. लगातार सड़क सुरक्षा को लेकर अभियान चलाये जाने के बाद भी सड़क दुर्घटना में कमी नहीं आ रही है. इसका सबसे बड़ा कारण सड़क सुरक्षा नियमों का पालन नहीं करना बताया जाता है. कई मामले की पड़ताल के बाद अधिक स्पीड से वाहन चलाना, बिना हेलमेट के माेटरसाइकिल चलाना और सीट बेल्ट का प्रयोग नहीं करना बताया गया है. दुर्घटना में मरने वाली की सबसे अधिक संख्या 20 से 35 उम्र के युवकों की बतायी गयी है. वर्ष 2025 में जनवरी से अक्तूबर माह तक की बात करें, तो जिले में 142 सड़क दुर्घटना हुई है. जिसमें 110 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 73 लोग गंभीर रूप से तथा 47 लोग सामान्य घायल हुए हैं. तीन जगह को चिन्हित किया गया है जिले में तीन जगहों को ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित किया गया है. जिसमें जिले के लोहरदगा चापी रोड के डेढ़टंगवा, मनिका थाना क्षेत्र के नामुदाग कब्रिस्तान व दुमुहान पुल शामिल हैं. उक्त स्थान पर जिले में सबसे ज्यादा दुर्घटना होती है और लोगों की मौत होती है. ब्लैक स्पॉट के रूप में उस स्थान को चिन्हित किया गया है. हालांकि परिवहन विभाग द्वारा इस क्षेत्र में सड़क दुर्घटना रोकने के लिए सड़क की चौड़ीकरण व छोटा-छोटा ब्रेकर बनाया गया है. सड़क के किनारे दुर्घटना संभावित क्षेत्र का साइन बोर्ड भी लगाया गया है. तीन ट्रॉमा सेंटर बन कर है तैयार जिले में बढ़ती सड़क दुर्घटना को देखते हुए जिले में तीन स्थानों पर ट्रॉमा सेंटर बनाया गया है. जिसमें चंदवा, बालूमाथ व बरवाडीह शामिल है. जबकि लातेहार में ट्रॉमा सेंटर बनाने का कार्य जारी है. लेकिन तीन ट्रॉमा सेंटर में चिकित्सक के नहीं रहने के कारण अभी इलाज शुरू नहीं हो सका है. जिस कारण सड़क दुर्घटना होने के बाद अक्सर लोगों को रांची रेफर कर दिया जाता है.
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