हेरहंज़ प्रखंड मुख्यालय के हेरहंज और घुर्रे गांव में पिछले एक माह से चल रहे प्रभात फेरी संकीर्तन कार्यक्रम का समापन कार्तिक पूर्णिमा पर बुधवार को भक्तिमय वातावरण में किया गया. इस दौरान सीताराम हरे गोविंद, राधे श्याम हरे गोविंद की भक्ति धुनों से पूरा इलाका गूंज उठा. इस मौके पर यदुनंदन प्रसाद, विजय शंकर प्रसाद, मुरली प्रसाद, लक्ष्मण जायसवाल, लक्ष्मण गुप्ता, रूपेंद्र जायसवाल, मिथिलेश गुप्ता, कन्हाई प्रसाद सहित अन्य श्रद्धालुओं ने बताया कि यह प्राचीन पौराणिक परंपरा है, जिसकी शुरुआत अश्विन पूर्णिमा के बाद प्रतिपदा तिथि से होती है और कार्तिक पूर्णिमा तक प्रतिदिन प्रभात फेरी के रूप में राम नाम संकीर्तन किया जाता है. ग्रामीण ढोलक, झाल और करताल की थाप पर गांव-टोले का भ्रमण करते हुए भगवान के नाम का कीर्तन करते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि यह आयोजन सनातन धर्म की गहरी आस्था और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है. लोग तन, मन और लगन से इसमें हिस्सा लेते हैं. प्रभात फेरी के अंतिम दिन विशेष पूजा-अर्चना और भजन-कीर्तन के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया. मौके पर शिवकांत जायसवाल, विक्रम शर्मा, विजय प्रसाद गुप्ता, महेंद्र साहू, विजय गुप्ता, प्रमोद यादव समेत कई भक्तगण उपस्थित थे. न्याय सम्मेलन आज महुआडांड. गुरुवार को नेतरहाट में झारखंड आंदोलनकारियों को न्याय के साथ सम्मान एवं स्वाभिमान से जीने के अधिकार को लेकर सम्मेलन का आयोजन किया गया है. उक्त जानकारी झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा के संस्थापक सह प्रधान सचिव पुष्कर महतो ने दी. उन्होंने बताया कि उक्त कार्यक्रम में मंत्री राधा कृष्ण किशोर व चमरा लिंडा के अलावा नंदलाल नायक, मधु मंसूरी, विधायक रामचंद्र सिंह, भुनेश्वर प्रसाद मेहता मुख्य रूप से भाग लेंगे.
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