चंदवा़ सोमवार को शरद पूर्णिमा पर मुख्यालय में दो स्थानों पर आरएसएस की पहल पर शरद पूर्णिमा उत्सव मनाया गया. संघ स्थान खेल स्टेडियम परिसर में पूर्व जिला संघ संचालक सह वरिष्ठ अधिवक्ता राजमणि प्रसाद ने बौद्धिक दिया. संचालन राजेश चंद्र पांडेय कर रहे थे. संघ ध्वजारोहण के बाद सामूहिक गीत गाया गया. श्री प्रसाद ने बौद्धिक में शरद पूर्णिमा उत्सव के धार्मिक व वैज्ञानिक महत्व पर प्रकाश डाला. कहा कि शरद पूर्णिमा की रात चांद की शक्ति काफी बढ़ जाती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वर्षभर में इसी दिन चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकट होता है. अपनी सोलह कलाओं से पूर्ण होकर पृथ्वी पर शीतलता, ऊर्जा व अमृत का संचार करता है. आज की रात चंद्र प्रकाश अमृतमय गुणों से भरा होता है. यह शरीर में शांति, रोग प्रतिरोधक क्षमता व मानसिक संतुलन बढ़ाता है. मौके पर रामप्रसाद साहू, श्यामकरण साहू, निर्मल शर्मा, रामकरण साहू, रामनाथ गुप्ता उर्फ छोटू गुप्ता, महेंद्र अग्रवाल, अरुण शर्मा, डॉ अनिल, जयेश वरू, मोहनीश कुमार, रमन महतो समेत काफी संख्या में मातृ शक्ति व बाल स्वयंसेवक मौजूद थे. उधर, दुर्गा मंडल परिसर बुधबाजार में भी संघ की पहल पर शरद पूर्णिमा उत्सव मनाया गया. ध्वजारोहन के बाद 15 मिनट अंताक्षरी कार्यक्रम रखा गया. शिवाजी व रानी लक्ष्मीबाई दल के बीच कार्यक्रम हुआ. परिचय, अमृत वचन, एकल गीत व बौद्धिक का आयोजन हुआ. प्रचारक प्रमुख कमलकांत पाठक ने बौद्धिक में हिंदू एकता को लेकर मार्गदर्शन दिया. अध्यक्षता महेंद्र प्रसाद साहू व संचालन रमेश प्रसाद कर रहे थे. मौके पर लाल कौशल नाथ शाहदेव, लाल अमरनाथ शाहदेव, सत्येंद्र प्रसाद साहू, राजेंद्र प्रसाद साहू, दीपक निषाद, आदर्श रविराज, शिवकेश्वर यादव, राजकुमार साहू, दिलीप प्रसाद, गोपाल जायसवाल, मनीष सिंह, मनोज सिंह समेत बड़ी संख्या में स्वयंसेवक व मातृशक्ति मौजूद थे. सबों के बीच खीर का प्रसाद वितरण किया गया.
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