लातेहार. जिले के औरंगा नदी से अवैध रूप से बालू का उठाव लगातार जारी है. बालू के दोहन से नदी के अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है. माफियाओं की ओर से तड़के चार बजे से ही औरंगा नदी के करमाचुआं, विशुनपुर पुल, पंपू कल समेत अन्य घाटों से प्रत्येक दिन 40 से 50 ट्रैक्टर बालू का उठाव किया जा रहा है. बालू के उठाव के कारण औरंगा नदी के कई घाटों से पुल का पैनल पानी से ऊपर आ चुका है. लगभग पांच साल पहले उक्त पुल का एक पिलर क्षतिग्रस्त हो गया था. इसके बावजूद बालू का उठाव लगातार जारी है. वहीं खनन विभाग इस पर रोक लगा पाने में विफल साबित हो रहा है. ग्रामीणों के अनुसार खनन विभाग की ओर से छापेमारी के नाम पर खानापूर्ति की जाती है. विभाग की टीम निकलने के पहले ही बालू तस्करों को इसकी जानकारी मिल जाती है, जिसके बाद एक दो दिनों के लिए वे नदी से ट्रैक्टरों को हटवा लेते हैं.
मुहल्ले के लोग परेशान:
संयुक्त छापामारी नहीं होती है:
बताया जाता है कि जिला खनन टॉस्क फोर्स की बैठक प्रत्येक माह होती है. बैठक में उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक की ओर से हमेशा अवैध खनन और परिवहन पर रोक का निर्देश दिया जाता है, लेकिन निर्देशों का पालन विभाग की ओर से नहीं किया जाता है. विभागीय लापरवाही के कारण बालू का अवैध कारोबार करनेवालों के हौसले बुलंद हैं.क्या कहते हैं अधिकारी:
इस संबंध में जिला खनन निरीक्षक पद्मलोचन ओहदार ने कहा कि लगातार छापेमारी की जा रही है. कोयला व बालू के अवैध कारोबार करनेवाले लोगों को चिह्नित करने का कार्य किया जा रहा है. अवैध उत्खनन व भंडारण करनेवाले लोगों पर कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है