लातेहार. सरस्वती विद्या मंदिर में गुरुवार को विद्या भारती की योजना के अनुसार दादा-दादी, नाना-नानी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष राजीव रंजन पांडेय, जिला संचालक अनिल कुमार ठाकुर, पूर्व प्रधानाचार्य अरुण कुमार चौधरी एवं विद्यालय के प्रधानाचार्य उत्तम कुमार मुखर्जी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया. मौके पर विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष ने कहा कि आधुनिक और प्रौद्योगिकी युग में बच्चे संस्कार और संस्कृति से दूर होते जा रहे हैं. सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने से भैया-बहन संस्कारवान होंगे. जिला संचालक श्री ठाकुर ने कहा कि अंग्रेजों की शिक्षा नीति ने समाज व परिवार को बांटने का कार्य किया. समाज में मानव मूल्यों को बनाये रखने में विद्या भारती विद्यालय सराहनीय कार्य कर रही है. प्रधानाचार्य ने कहा कि केरल का सभी राज्यों की तुलना में शैक्षिक रिकार्ड अच्छा है, फिर भी सबसे अधिक वृद्धाश्रम वहीं है. आज के समय में बच्चे अपने माता-पिता, दादा-दादी की बात नहीं मान रहे हैं, तो कहीं न कहीं शिक्षा में कमी है. मौके पर भैया-बहनों की ओर से मनमोहक नृत्य एवं गीत प्रस्तुत किये गये. संचालन रजनी नाग व धन्यवाद ज्ञापन वाटिका प्रमुख गीता कुमारी ने किया. मौके पर काफी संख्या में बच्चों के दादा-दादी व नाना-नानी उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है