लातेहार : अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य जवाहर पासवान ने लातेहार में आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लाये गये नागरिकता संशोधन कानून का वहीं लोग सड़कों पर उतर कर विरोध कर रहे हैं, जो देश में रहते हुए भी देश के खिलाफ पहले से बोलते आ रहे है.
उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून से देश के मुसलमानों को कोई खतरा नहीं है. इस कानून को लेकर विपक्ष देश में भ्रम फैला रहा है. इसके पूर्व नौ बार संशोधन हो चुका है और यह 10वां संशोधन किया गया है. उन्होंने कहा कि जो लोग दूसरे देश में प्रताड़ित हुए और भारत मे आये उन्हें सम्मान दिया जाना चाहिए.
उन्हें नागरिकता दिये बिना संभव नहीं है. कांग्रेस ने पहले ही धर्म के आधार पर देश का बंटवारा किया है. भारत व पाकिस्तान के बीच हुए लियाकत समझौते के तहत अल्पसंख्यकों को सुरक्षित रखने पर सहमति बनी थी.
भारत ने इस धर्म को निभाया, लेकिन पाकिस्तान में अल्पसंख्यक की स्थिति खराब होती गयी. जिला महामंत्री राजन तिवारी ने कहा कि इस कानून का भारतीय नागरिकों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. बाहर के देशों से आनेवाले लोगों के लिए नागरिकता प्रक्रिया सरल की गयी है. यह कानून ऐसे गैर मुस्लिम शरणार्थी जो तीन देशों से धर्म के नाम पर प्रताड़ित है.
उनके लिए नागरिकता आसान करता है. प्रेसवार्ता में वरीय भाजपाई राजधानी प्रसाद यादव, मुरली प्रसाद गुप्ता, रामदेव सिंह, राकेश कुमार दुबे, हरिओम प्रसाद, गणेश प्रसाद, शीला देवी, रेणु देवी समेत कई भाजपा नेता उपस्थित थे.