विटामिन सहित कई गुणों से है भरपूर 18कोडपी5खेत में लगा चना. 18कोडपी6 बाजार में बिकता चना. 18कोडपी7 देवरूप घोष. ——————- राजेश सिंह जयनगर. सर्दियों के मौसम में हरा चना खूब खाया जाता हैं. यह सिर्फ स्वाद ही नहीं, बल्कि सेहत के लिए भी गुणकारी है. अभी बाजार में हरा चना 40 रुपये किलो की दर से बिक रहा है, इसमें कई पोषक तत्व होते हैं. जानकारों की मानें, तो हरा चना खाने पर शरीर को भरपूर मात्रा में पॉलेट मिलता है, इसमें विटामिन 9 जी होता है. जिसके कारण एनजाईटी मूड स्विंग व डिप्रेशन जैसी समस्या दूर हो जाती है. यह वजन घटाने में भी कारगर है. कैसे करें हरे चना की खेती कृषि विज्ञान जयनगर कोडरमा के मृदा विशेषज्ञ देवरूप घोष ने बताया कि हरा चना खाने पर बालों को प्रोटीन की प्राप्ति होती है, जिससे बल झड़ते नहीं, बल्कि घने काले और लंबे होते हैं. चना में फाइबर की मात्रा अधिक होने के कारण इसे पावर हाउस भी कहा जाता है. इसके अलावे इसमें कई प्रकार के गुण होते हैं. इसमें उन्नत किस्मों के बारे में श्री घोष ने कहा कि काले चने भी सेहत के लिए काफी लाभदायक है, इसमें विटामिन, फाइबर, कैल्सिशम, आयरन, विटामिन ए होती है जो एक बैलेंस डाइट होता है. इसे खाने से दिल स्वस्थ रहता है. एनिमिया से बचाव होता है, डाईजेस्ट को ठीक करता है, शुगर लेवल को कम करता है, भूख को कंट्रोल करता है. इक्लेमेंटेस से बचाता है. उन्होंने बताया कि सुष्क एवं ठंड जलवायु में चने की खेती होती है. इसके लिए 24-30 डिग्री सेल्सियस तापमान होना चाहिए. उन्होंने बताया कि पूसा 256, पूसा 372, पंतजी 114, केडब्लूआर 108, आईसीसी 37, बिरसा 3 इसकी उन्नत किस्मे है. उन्होंने बताया कि चने की बुआई के समय लगभग 5 सेंटीमीटर गहराई करना चाहिए. बीज से बीज की दूरी 30 सेंटीमीटर और पौधें से पौधे की दूरी 8-10 सेंटीमीटर होना चाहिए. बेहतर उपज के लिए 20 किलो नेत्रजन, 40 किलो फास्फोरस, 20 किलो पोटाश तथा 20 किलो सल्फर प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करें.
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