सिरमटोली सरना स्थल विवाद, आंदोलन तेज करने की चेतावनी प्रतिनिधि, खूंटी रांची के सिरमटोली स्थित केंद्रीय सरना स्थल के पास रैंप निर्माण कार्य के विरोध में रविवार को स्थानीय भगत सिंह चौक पर केंद्रीय सरना संगोम समिति के नेतृत्व में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया गया. कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरहुल के बाद रैंप निर्माण कार्य निपटाने का वादा करने के बावजूद, 25 अप्रैल से पुनः कार्य शुरू कर दिया गया. विरोध करने पर भी स्थानीय लोगों की आवाज को दबाने का प्रयास किया जा रहा है. केंद्रीय सरना संगोम समिति के मुंशी मुंडा ने आरोप लगाया कि सरकार आदिवासियों के धार्मिक स्थलों की रक्षा के प्रति गंभीर नहीं है. इससे आदिवासी समाज और सरकार के बीच विश्वास की दीवार कमजोर हो रही है. उन्होंने कहा कि यदि जल्द समाधान नहीं निकाला गया और निर्माण कार्य बंद नहीं किया गया तो आंदोलन को उलगुलान (विद्रोह) की दिशा में ले जाया जायेगा. इससे पूर्व करम अखाड़ा से रैली निकाली गयी, जो नारेबाजी करते हुए भगत सिंह चौक पहुंची. कार्यक्रम का नेतृत्व सुखराम मुंडा और राम मुंडा ने किया. मौके पर दुर्गावती ओड़ेया, मोदेस्ता तोपनो, सुखराम हस्सा, करमी टूटी, अमृता मुंडा, बुधराम मुंडा, अमन तोपनो, संदीप हस्सा, अनूप मुंडा, मनोनीत पूर्ति, जयंती धान समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे. आंदोलनकारियों ने गांव-गांव में पुतला दहन करने और संघर्ष तेज करने की रणनीति भी तैयार की.
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