मिहिजाम. चित्तरंजन रेलइंजन कारखाना (चिरेका) में दो दिवसीय विक्रेता विकास बैठक आयोजित की गई, जिसका उद्देश्य वेंडरों के साथ सहयोग को मजबूत करना है. बैठक का उद्घाटन महाप्रबंधक विजय कुमार ने किया, जिन्होंने वेंडरों को “एक ही गाड़ी के दो पहिए ” बताया और उनसे चिरेका और भारतीय रेलवे के सुधार के लिए पारदर्शी सहयोग का आग्रह किया. उन्होंने वेंडरों को आश्वासन दिया कि उनकी भागीदारी से भारतीय रेलवे की 1,000 लोकोमोटिव की मांग को पूरा करने में मदद मिलेगी और समस्याओं का समाधान मिलकर किया जा सकता है. महाप्रबंधक ने वेंडरों से गुणवत्तापूर्ण उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की ताकि उत्पादों को निर्यात योग्य बनाया जा सके. उन्होंने संभावित वेंडरों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया को आसान और तेज करने का भी वादा किया. सीएमएम रवींद्र प्रसाद और संजय वर्मा सहित अन्य अधिकारियों ने भी बैठक को संबोधित किया, जिसमें वेंडरों को नयी नीतियों से अवगत कराया गया और उन्हें भारतीय रेलवे के विकास में भागीदार बनने के लिए प्रोत्साहित किया गया. इस आयोजन में महाप्रबंधक ने 66 आइटमों की एक प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया. बैठक में पूरे देश से आए वेंडरों ने अधिकारियों से सवाल-जवाब किए और विक्रेता विकास प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त की. यह बैठक 13 सितंबर को समाप्त होगी.
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