पटमदा, बोड़ाम व एमजीएम थाना क्षेत्रों से आये दो हजार सेंदरा वीरों ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर पारंपरिक हथियार तीर धनुष, भाला, बल्लम, कपल्हाड़ी, तलवारी आदि से सबसे अधिक जंगली सूअर का शिकार किया. इसके अलावा खरगोश, लाल गिलहरी, अजगर, वन मुर्गी आदि का भी शिकार किया गया. इस दरमियान वन विभाग के कोर्इ भी आला अधिकारी व कर्मचारी नजर नहीं आये.
सेंदरा वीरों ने कहा कि बीहड़ जंगल पर दो दिनों तक सेंदरा वीरों को हाथियों के झुंड व नक्सलियों के खिलाफ अभियान में निकले पुलिस बल का सामना करना पड़ा. गुरुवार को अभियान के तहत जंगल में पुलिस ने सेंदरा वीरों के पास से बंदूक भी बरामद किया था, पूछताछ के बाद युवक को छोड़ दिया गया था. मालूम हो कि गुरुवार को अहले सुबह पहाड़ी देवी देवताअों की पूजा पाठ कर विभिन्न गांव के सेंदरा वीर पारंपरिक हथियार से लैस होकर दलमा जंगल में शिकार करने घुसे थे, जो शुक्रवार को जंगली जानवरों का शिकार करने के बाद वापस लौटे.