जमशेदपुर: दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर रेल मंडल में अंतिम चरण में पहुंच चुकी थर्ड लाइन योजना रेलवे की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है. झारसुगुड़ा से आदित्यपुर व फिर डांगोवापोसी से आदित्यपुर स्टेशन तक थर्ड लाइन का निर्माण कराया जा रहा है. इसका मुख्य मकसद माल परिवहन में बढ़ोतरी व यात्री ट्रेनों का समयबद्ध परिचालन सुनिश्चित कराना है. थर्ड लाइन को रेलमंडल के राजस्व में बढ़ोतरी के लिहाज से अहम माना जा रहा. अभी रेल मंडल को एक माह में अमूमन औसतन पांच सौ करोड़ का राजस्व मिलता है. थर्ड लाइन पर गुर्ड्स ट्रेनों का मूवमेंट शुरू होने से इसमें अतिरिक्त इजाफा होगा.
70 प्रतिशत काम हुआ पूरा
रेलमंडल में थर्ड लाइन का काम लगभग 70 फीसदी तक पूरा हो चुका है. थर्ड लाइन का काम पूरा करने को लेकर रेलवे विशेष सक्रियता दिखा रहा. इसके लिए कई बार लक्ष्य निर्धारित भी किया गया लेकिन इसमें किसी ने किसी कारण से विलंब होता गया. इस योजना की उपयोगिता का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि बीते चार माह में दो-दो रेल महाप्रबंधकों का दो से अधिक बार सेक्शन का निरीक्षण हो चुका है. अब बुधवार को फिर से जीएम सेक्शन निरीक्षण को आ रहे. अभी अप्रैल माह तक थर्ड लाइन का उदघाटन करने की योजना है.
नहीं फंसेंगी यात्री ट्रेनें
थर्ड लाइन का सबसे बड़ा फायदा यात्री ट्रेनों के मूवमेंट में तेजी के रूप में मिलेगा. अभी अप-डाउन लाइन पर गुर्ड्स व यात्री ट्रेनें समानांतर चलती है. कई बार गुड्स ट्रेनों के कारण यात्री ट्रेनों का मूवमेंट प्रभावित होता है. एक ट्रेन को रोक कर दूसरे को पास देने में समय लगता है. थर्ड लाइन के रूप में एक विकल्प मिलने के बाद यात्री ट्रेनें लाइन क्लीयर होने के इंतजार में नहीं रुकेंगी.