जमशेदपुर : सांसद विद्युत वरण महतो के आग्रह पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एनएच-33 पर 24 घंटे ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम से लैस एंबुलेंस की व्यवस्था करायी है. गालूडीह के पास एंबुलेंस तैनात किया गया है. वहीं एनएच 33 क्षेत्र में पड़ने वाले थानों में एंबुलेंस की व्यवस्था की गयी है. ऐसी स्थिति में एनएच-33 पर दुर्घटना होने पर हेल्पलाइन नंबर 1033 (टोल फ्री) पर फोन करने पर एंबुलेंस तत्काल हाजिर हो जायेगा.
ज्ञात हो कि विद्युत वरण महतो ने संसद में एनएच-33 व एनएच-छह के खस्ताहाल का मुद्दा उठाया था. देश के सड़क परिवहन, राजमार्ग, जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने सांसद के आग्रह पर इसके लिए पहल की. इसके तहत रांची-रड़गांव-माहुलिया (जमशेदपुर से होते हुए बहरागोड़ा तक) के एनएच 33 से गुजरनेवाले कोई भी व्यक्ति अगर दुर्घटना में घायल हो जाता है, तो उसे 30,000 रुपये की राशि मुआवजा के रूप में मिलेगी. इसके लिए केंद्र सरकार के एनएचएआइ ने आइसीआइसीआइ लोम्बार्ड के साथ पहले ही समझौता कर चुकी है.
समझौता के तहत इस सड़क पर होनेवाली दुघर्टनाओं में घायल के इलाज पर इंश्योरेंस कंपनी की ओर से अस्पताल में कैशलेस इलाज की सुविधा दी जायेगी. केंद्र सरकार इंश्योरेंस का पूरा खर्च वहन करेगी. देश में सिर्फ दो सड़कों का चयन इसके लिए किया गया है, जिसमें एनएच-33 झारखंड का एक मात्र नेशनल हाइवे है. इसके अलावा एनएच-8 को इसमें शामिल किया गया है, जो गुजरात से होकर गुजरता है. सप्ताह के सातों दिन और चौबीसों घंटे टोल फ्री नंबर के माध्यम से यह सेवा उपलब्ध करायी गयी है. इसके लिए भी करीब 20 मिनट की समय सीमा निर्धारित की गयी है. वहां उसके इलाज पर होनेवाले खर्च (30,000 रुपये तक) का वहन इंश्योरेंस कंपनी करेगी.