जमशेदपुर: शहर के निजी स्कूलों में दाखिले की दौड़ शुरू हो गयी है. कई स्कूलों ने एडमिशन फॉर्म देने की तिथि की घोषणा कर दी है, वहीं कुछ स्कूल में अबतक फॉर्म दिये जाने की तिथि पर अंतिम फैसला नहीं हो पाया है.
निजी स्कूलों ने तय किया गया है कि इस बार भी सरस सॉफ्टवेयर के जरिये ही लॉटरी होगी. लॉटरी में नाम निकलने वाले बच्चे का दाखिला तब सुनिश्चित होगा, जब बच्चे और माता-पिता के साथ इंट्रैक्शन होने व कुछ जरूरी कागजातों की जांच पूरी हो जायेगी. हालांकि सरस की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किये जाते रहे हैं. पूर्व में इस मुद्दे पर शहर का माहौल गरम हो चुका है. मैनुअल लॉटरी भी कुछ स्कूल होगी. दुर्गापूजा की छुट्टी के बाद शहर के अधिकांश स्कूलों में फॉर्म मिलना शुरू हो जायेगा. फिलहाल शहर के पांच स्कूलों ने फॉर्म देने की तिथि की घोषणा कर दी है. इस बार डीएवी बिष्टुपुर, डीबीएमएस इंगलिश स्कूल और एमएनपीएस में भी ऑनलाइन फॉर्म मिलेगा. इस बार भी फॉर्म की कीमत 150 रुपये ही तय की गयी है. गरीब और अभिवंचित वर्ग के बच्चों के लिए 25 फीसदी सीटें आरक्षित रखने को कहा गया है. इस बार भी सरस सॉफ्टवेयर के जरिये लॉटरी के माध्यम से ही बच्चों का दाखिला होगा.
अल्पसंख्यक स्कूलों में 10 फीसदी सीटें आरक्षित
शहर के अल्पसंख्यक स्कूलों को आरटीइ से मुक्त किया गया है. आरटीइ से मुक्ति मिलने के बाद शहर के अल्पसंख्यक स्कूलों में गरीब और अभिवंचित वर्ग के बच्चों के लिए 25 फीसदी सीटें आरक्षित नहीं होंगी. हालांकि स्कूल प्रबंधन की ओर से यह भी तय किया गया है कि स्कूल प्रबंधन की ओर से बगैर किसी दबाव के अपनी ओर से 10 फीसदी सीटें आरक्षित रखी जायेगी, इसमें ईसाई समुदाय के साथ-साथ गरीबों को दाखिला मिलेगा. जेसुइट सोसाइटी की ओर से इस तरह की व्यवस्था की गयी है.
12 से 15 फीसदी तक बढ़ेगी स्कूलों की फीस
निजी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने वाले अभिभावकों को एक बार फिर महंगाई की मार ङोलनी पड़ेगी. नये सत्र में 12 से 15 फीसदी तक फीस बढ़ोतरी की जायेगी. फीस बढ़ोतरी का निर्णय स्कूल प्रबंधन अपने स्तर से तय करेगा.
‘‘नर्सरी में दाखिले की तैयारियां कर ली गयी है. सरस के जरिये ही एडमिशन होगा. फीस में अधिकतम 15 फीसदी की बढ़ोतरी की जायेगी. जमशेदपुर के स्कूलों में फीस अन्य शहरों से काफी कम है. शहर में ही कई ऐसे स्कूल हैं, जहां ज्यादा फीस है. उनकी तुलना में अनएडेड स्कूल एसोसिएशन से जुड़े प्राइवेट स्कूलों में फीस काफी कम है.
– एपीआर नायर, महासचिव, जमशेदपुर अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन