जमशेदपुर : मेरा बाबू कहां चला गया, कोई तो उसे ला दो, मैं उसके बिना कैसे रहूंगी. यह चीत्कार व पीड़ा उस मां की है, जिसके मासूम बेटे का शव शनिवार को उसके घर के आंगन में ही फांसी के फंदे पर झूलता मिला था. रोते-रोते उसे बार-बार दांत लग जा रहे थे. आसपास की महिलाएं उसे संभालने में लगी थीं.
रविवार को बच्चे के शव का पोस्टमार्टम के बाद भुइयांडीह स्थित बर्निंग घाट में दाह संस्कार किया गया. शव को घर नहीं लाया गया. वहीं, बेटे के शव का अंतिम संस्कार करने का भी पिता को मौका नहीं मिला.
रविवार की देर शाम तक बच्चे की मौत के संबंध में टेल्को थाना में किसी तरह की शिकायत दर्ज नहीं करायी गयी है. पुलिस अपने स्तर से बच्चे के मौत के कारणों को तलाशने में जुटी है. फिलहाल पिता समीर पुलिस हिरासत में ही है.
गौरतलब है कि टेल्को घड़ी पार्क मुख्य सड़क पर स्थित क्वार्टर के3-140 के आउट हाउस में रहने वाले समीर भुइमाली के 11 वर्षीय पुत्र प्रेम भुइमाली घर के आंगन में ही शनिवार को फंदे में लटका मिला था. घटना के बाद आसपास के लोगों ने बच्चे के पिता को ही दोषी ठहराते हुए उसकी पिटाई कर दी थी. इसके बाद टेल्को पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया था.
रिश्तेदारों ने कुछ भी बोलने से किया इनकार
प्रेम की मौत की जानकारी मिलने के बाद बारीडीह में रहने वाले चाचा व अन्य रिश्तेदार टेल्को अस्पताल पहुंचे. रिश्तेदारों ने ही शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव का अंतिम संस्कार किया. उन लोगों बताया कि उन्हें कुछ मालूम नहीं है और वे कुछ बोलना भी नहीं चाहते हैं.
छोटी बहन का ध्यान रखता था प्रेम
मां जनमा भुइमाली व पिता समीर भुइमाली के काम पर जाने के बाद प्रेम ही अपनी छोटी बहन खुशी का ख्याल रखता था. मां के घर आने तक छोटी बहन को साथ रखना, उसे खाना खिलाना हर छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखता था.
चार साल की मासूम खुशी को यह मालूम तक नहीं है कि उसका भैया कहां है. मां रोते-रोते जमीन पर गिर गयी थी. खुशी मां को पीठ पर सहलाते हुए चुप होने को कहा, लेकिन मासूम को यह नहीं मालूम था कि उसका सबसे प्यारा भाई उसे छोड़ कर जा चुका है.
हर दिन प्रेम को पीटता था उसका पिता
मासूम प्रेम की हत्या की गयी है या उसने खुद ही फांसी लगा ली है. इसका अब तक खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन आसपास के लोग प्रेम की मौत का कारण उसके पिता को ही मान रहे हैं. लोगों ने बताया कि समीर बेटे प्रेम को हर दिन पिटता था.
दिन-रात जब भी वह घर आता था, शराब के नशे में उसकी पिटाई करता था. आसपास के लोग उसे मना भी करते थे, लेकिन उसमें कोई सुधार नहीं आया. घटना के दिन भी उसने प्रेम की पिटाई की थी. पीटते हुए उसने प्रेम को आंगन में ले गया था.