जमशेदपुर. एमजीएम अस्पताल में हाइड्रोसील के ऑपरेशन के दौरान मानगो निवासी सुखदेव राम की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने आंतरिक स्तर पर भी जांच करायी है. जांच रिपोर्ट विभाग के अपर मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी को सौंपी गयी है. यह जांच डॉ. एमके सिन्हा के अनुरोध पर करायी गयी है. एमजीएम अस्पताल की […]
जमशेदपुर. एमजीएम अस्पताल में हाइड्रोसील के ऑपरेशन के दौरान मानगो निवासी सुखदेव राम की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने आंतरिक स्तर पर भी जांच करायी है. जांच रिपोर्ट विभाग के अपर मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी को सौंपी गयी है.
यह जांच डॉ. एमके सिन्हा के अनुरोध पर करायी गयी है. एमजीएम अस्पताल की प्रारंभिक और विभाग की आंतरिक रिपोर्ट के आधार पर दोषी चिकित्सकों पर कार्रवाई का निर्णय लिया जायेगा. माना जा रहा है कि प्रारंभिक और आंतरिक जांच रिपोर्ट में अंतर आने पर विभाग नये सिरे से टीम गठित कर सच जानने के लिए जांच करा सकता है.
इधर, स्वास्थ्य मंत्री ने विभागीय सचिव को लापरवाह चिकित्सकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है. दरअसल, सुखदेव राम की मौत के मामले में एमजीएम के प्राचार्य की ओर से गठित चार सदस्यीय टीम ने यूनिट इंचार्ज डॉ. एमके सिन्हा को दोषी करार दिया है. डॉ. सिन्हा ने टीम गठित होने के साथ ही रिपोर्ट की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए निष्पक्ष जांच का अनुरोध विभागीय सचिव से किया था. इसके बाद विभाग की ओर से सच जानने के लिए अांतरिक जांच करायी गयी.
मेरे आवेदन पर नहीं हो रही कार्रवाई : डॉ हांसदा
एमजीएम अस्पताल के सर्जरी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. एमके सिन्हा की यूनिट में पदस्थापित डॉ. लक्ष्मण हांसदा ने कहा कि आवेदन देने के बावजूद मेरे यूनिट में परिवर्तन नहीं किया जा रहा. इस कारण काम में परेशानी हो रही है. हालांकि एमजीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसी अखौरी ने कहा कि उनके पास डॉ. हांसदा का कोई आवेदन लंबित नहीं है. ऐसे में यूनिट परिवर्तन करने का सवाल कहां पैदा होता है.