मुसाबनी : उत्तरी बादिया पंचायत को खुले में शौच मुक्त का दर्जा देने के लिए स्वच्छ भारत मिशन का जिला स्तरीय दल ने सोमवार को घर-घर जाकर सर्वे किया. इसमें उत्तरी बादिया पंचायत को खुले में शौच मुक्त पंचायत बनाने के लिए उपयुक्त नहीं पाया गया. पाया गया कि अभी भी कई लोग खुले में शौच करते हैं.
एक सप्ताह के अंदर खुले में शौच करने वाले को शौचालय का प्रयोग करने के लिए कहा गया. जांच दल में जिला समन्वयक युसुफ अंसारी, एनएसएस तथा नेहरू युवा केंद्र के करीब दो दर्जन स्वयं सेवक सहित प्रखंड समन्वयक मोतीलाल बेसरा, बीडीओ संतोष गुप्ता, सीओ साधु चरण देवगम, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ पीटोपनो, उत्तरी बादिया पंचायत के मुखिया गौरी शंकर कुदादा, स्वच्छा ग्राही राजेश कैवर्त्त, सुकुमार श्यामल, गणेश भकत आदि शामिल थे. आठ ग्रुप बनाये गये थे, जो घर-घर जाकर प्रत्येक परिवार से शौचालय के उपयोग करने की जानकारी प्राप्त की.