कटकमसांडी. कटकमसांडी और कटकमदाग प्रखंड में करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी लोगों को पीने के पानी के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है. दोनों प्रखंडों की 29 पंचायतों में 500 से अधिक सोलर जलमीनार लगायी गयी हैं, जिनमें से आधे से ज्यादा खराब पड़ी हैं. ग्रामीणों से लगातार मिल रही शिकायतों के बाद उपायुक्त ने सभी बीडीओ को हर घर नल जल योजना की जांच करने का आदेश दिया है. जारी पत्र में कहा गया है कि सात जनवरी, 2025 को संपन्न जिला विकास समन्वय एवं मूल्यांकन समिति (दिशा) की बैठक में मंत्री सह अध्यक्ष ने हर घर नल जल योजना से कितने घरों में नल से पानी की आपूर्ति हो रही है और कितनी टंकी ठीक है, इसकी जांच कराने का निर्देश दिया था. इस संबंध में डीडीसी ने पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल हजारीबाग के कार्यपालक अभियंता को निर्देश जारी कर कहा है कि हर घर नल जल योजना की जांच कर जांच रिपोर्ट एक सप्ताह के अंदर उपलब्ध करायें. गौरतलब है कि कटकमसांडी प्रखंड के शाहपुर पंचायत में 35 से 40 सोलर जलमीनार लगायी गयी हैं, जिनमें से अधिकांश से पानी नहीं निकल रहा है. इस पंचायत में पानी का स्तर भी काफी नीचे चला गया है, जिसके कारण अधिकांश हैंडपंपों का पानी भी सूख गया है. इसके अलावा पबरा और लुपूंग पंचायत में भी इन दिनों पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. पंचायत वासियों को शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए लघु ग्रामीण जलापूर्ति योजना से 45 सोलर जलमीनार बनायी गयी है. शांति मुहल्ला में दो, महुआ मुहल्ला में दो, हीरामन महतो मुहल्ला में दो, बगीचा मुहल्ला दुर्गा मंदिर में चार, महामाया मंदिर के पास तथा हरिना मंदिर क्षेत्र में दो और मायापुर में चार जलमीनार खराब पड़ी हैं.
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