इचाक. पिछले तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश से जन जीवन अस्त-व्यक्त हो गया है. प्रखंड के कई गांवों में दर्जनों खपरैल मिट्टी के मकान ध्वस्त हो गये हैं. हालांकि जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है. मंगूरा गांव निवासी मुनिया देवी (पति स्व मुन्ना रविदास) का कच्चा मकान शुक्रवार को बारिश में ढह गया. हादसे में घर के सदस्य और मवेशी बाल-बाल बचे. फ़ुरुका गांव में राज देवी (पति गोपाल शर्मा), राजेंद्र शर्मा एवं उपेंद्र शर्मा तथा किशोरी गिरी का खपरैल मकान गिर गया. वहीं देवकुली गांव की कांता देवी के खपरैल घर में पानी घुस गया है. परिवार वाले पानी बाहर निकाल-निकाल कर परेशान हैं. इधर, बक्शीडीह गांव निवासी संगीता देवी का मकान गिर गया. उसका परिवार दूसरे के मकान में शरण लिये हुए है. वहीं बरकाखुर्द गांव की सविता प्रजापति का घर गिर गया. कुरहा गांव के मुख्य सड़क के किनारे मुंशी साव के मिट्टी का मकान ध्वस्त हो गया. वहीं क्षेत्र के नदी-नाले उफान पर हैं. दरिया लोहड़ी के बीच बहने वाले नाले में पानी पुल से ऊपर बह रहा है. वहीं शहीद जवान राजेश मिंज के गांव लोटवा जाने के लिए नेशनल पार्क से गांव के बीच नदी उफान पर है. पुल के ऊपर पानी बह रहा है. जिस कारण शनिवार को लोग घरों में दुबके रहे. करियातपुर गांव की मुख्य सड़क पर पीपल पेड़ के पास दिनभर एक फीट पानी जमा रहा.
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