बड़कागांव: बड़कागांव प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में किसानों द्वारा 475 कावेरी कंपनी का शंकर धान लगाने से किसानों का कमर टूट गयी है. उनका कहना है कि कावेरी का नकली धान बीज से अनेक किसानों की फसल बर्बाद हो गयी है. किसानों ने कहा कि एक साल की कमाई समाप्त हो गयी है. खाने के लाले पड़ेंगे. जबकि कंपनी के धान बेचनेवाले दुकानदार जिस कंपनी से अधिक कमीशन तय होता है. उस कंपनी की धान की गुणवत्ता अधिक उपज देने की लालच देकर किसानों को फसाते है.
कावेरी कंपनी किसानों को ठगने वालों में एक नंबर है. इधर, दुकानदार बिना कैस मेमो के धान बेचा है. जब किसान कैस मेमो मांगने जाते है, तो दुकानदार देने से इनकार कर देते है. किसान सुबह शाम जाकर दुकानदार के पास कैश मेमो लेने के लिए चक्कर लगा रहे है. इधर, प्रखंड कृषि पदाधिकारी का कहना है कि जब आप लोगों कैस मेमो लेकर आयेंगे, तो इस पर कार्रवाई होगी. साथ में धान की बीमा किये गये कागजात भी साथ लगाना होगा. कंपनी के विरुद्ध कुछ किया जा सकता है, तभी आपलोगों को लाभ मिल सकता है.
किसान बेचारा लाचार कभी दुकानदार के पास तो कभी कंपनी के रिटेलर के पास तो कभी प्रखंड के अधिकारियों के पास चक्कर लगाकर थक गये. किसानों ने प्रखंड कृषि पदाधिकारी को लिखित आवेदन दिया है. इसमें सांढ़ गांव निवासी राजेश शर्मा के अलावा अन्य किसान भी आवेदन देकर क्षतिपूर्ति की मांग कर रहे है. जो किसान धान लगाया है, इसका खाता नंबर 64 प्लॉट नंबर 1415/ 1401 1411/ लगभग 50 डिसमिल के साथ-साथ अन्य किसान के सैकड़ों एकड़ में लगे धान सड़ गये तथा एक भी बाली नहीं लगी है.