तेलंगाना टनल हादसा. गुमला के मजदूरों ने नागरकुरनूल में बैठक, तीन माह की बकाया मजदूरी देने की मांग कीगुमला. तेलंगाना के नागरकुरनूल में टनल हादसा के पांच दिन हो गये, परंतु टनल में फंसे झारखंड के गुमला जिले के रहने वाले चार मजदूरों का अब तक पता नहीं चला है. टनल में फंसे मजदूरों के मोबाइल पर संपर्क किया गया. परंतु गुमला जिले के चारों मजदूरों का फोन नंबर बंद बता रहा है. हादसा के बाद नहर का काम बंद हो गया है, जिससे नहर निर्माण में लगे मजदूर पांच दिन से बेकार बैठे हैं. बुधवार को झारखंड राज्य के सभी मजदूरों ने तेलंगाना में बैठक की. बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी मजदूर अब वापस झारखंड जायेंगे. इसके लिए सभी मजदूरों ने तीन माह का बकाया मजदूरी कंपनी से भुगतान करने की मांग की है. मजदूरों ने कहा है कि हमलोग यहां और अधिक से अधुक दो से तीन दिन रूकेंगे. इसके बाद यहां से वापस झारखंड आ जायेंगे. तेलंगाना से मजदूर मधु साहू ने बताया कि हमलोगों ने कंपनी के अधिकारी से अपने तीन माह का बकाया मजदूरी की मांग की है. जैसे मजदूरी मिलेगी, हमलोग सभी तेलंगाना से वापस झारखंड आ जायेंगे. उन्होंने बताया कि गुमला उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की पहल से गुमला से जो दो अधिकारी तेलंगाना गये हैं. उनसे सभी मजदूरों ने बात की है. अधिकारियों ने कहा है कि दो दिन और आप लोग यहां रूके. कंपनी के लोगों के अलावा नागरकुरनूल के जिला अधिकारी से बात हो रही है. टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए अब तक की सही जानकारी मिलने के बाद ही आगे का ठोस निर्णय लिया जायेगा. मधु साहू ने बताया कि जब से हमारे गुमला के चार मजदूर टनल में फंसे हैं. हमलोग सभी मजदूर परेशान हैं. हर दिन हमलोग बैठक कर टनल में फंसे मजदूरों के बारे में ही बात कर रहे हैं. यहां तक कि पूजा-पाठ भी की जा रही है, ताकि टनल में फंसे मजदूर सकुशल टनल से निकल सके. उन्होंने बताया कि झारखंड के 100 से अधिक मजदूर यहां मजदूरी करने आये हैं.
फंसे मजदूरों के परिवारों की बढ़ रही चिंता
इधर टनल में फंसे मजदूरों का कोई सुराग नहीं मिलने से गुमला में परिजनों की चिंता बढ़ रही है. परिजन अभी भी अपने लोगों के सुरक्षित होने की आस लगाये बैठे हैं. बता दें कि टनल में किसी का पता तो किसी का भाई, बेटा व पिता फंसा हुआ है. परिजन अभी भी मातम में हैं. हर दिन परिजन तेलंगाना गये अपने रिश्तेदारों को कॉल टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए हो रही पहल की जानकारी ले रहे हैं.
कंपनी ने परिजनों के साथ की बैठक
नागरकुरनूल गये मजदूरों के परिजनों के साथ मंगलवार को कंपनी के अधिकारियों ने बैठक की. बैठक में तेलंगाना सरकार व प्रशासन द्वारा टनल से मजदूरों को निकालने के लिए की जा रही पहल की जानकारी दी. कंपनी के लोगों ने परिजनों को बताया कि जिस स्थान पर मजदूर फंसे हुए हैं. वहां तक जाने के लिए टनल के अंदर खुदाई व मिट्टी हटाने का काम किया जा रहा है. प्रयास पूरा किया जा रहा है कि हमलोग जितना जल्द हो मजदूरों तक पहुंच कर उन्हें निकाल सके.
2015 से मजदूर तेलंगाना में हैं
गुमला जिले के अधिकांश मजदूर 2015 से तेलंगाना में हैं. कुछ मजदूर 2022 व 2023 को तेलंगाना आये थे. परंतु तीन माह से मजदूरों को मजदूरी का भुगतान नहीं हुआ है. किसी को 15, तो किसी को 18, 22 व 25 हजार रुपये महीने मानदेय मिलता है.
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