सतीश बड़ाइक, कामडारा कामडारा प्रखंड के पोकला गेट में 20 वर्षों से मां दुर्गा की पूजा की जा रही है. कामडारा प्रखंड के पोकला गेट में इसकी शुरुआत वर्ष 2005 में स्थानीय युवक रौशन चौधरी, रमेश साहू व अमित कुमार की पहल पर स्थानीय बड़े बुजुर्ग एवं युवकों द्वारा सहमति जताये जाने के बाद पूर्ण रुप से सहयोग की गयी थी. इसके बाद पोकला गेट में लगातार दुर्गा पूजा मनाये जाने की परंपरा शुरू हो चुकी है. वहीं पहली बार दुर्गा पूजा में मूर्ति बनाने, पूजन सामग्री व पंडाल सहित अन्य चीजों पर 45 हजार रुपये खर्च हुई थी. इसके बाद से बढ़ती हुई महंगाई के कारण दुर्गा पूजा में लगातार खर्च में बढ़ोतरी होते जा रही है. दुर्गा पूजा समिति पोकला गेट के अध्यक्ष मनोज कुमार साहू ने बताया कि इस बार दुर्गा पूजा में लगभग डेढ़ से दो लाख रुपये खर्च होने की संभावना है. इस बार पूजा पंडाल को आकर्षक ढंग से बनाने के साथ-साथ मूर्ति बनवाने में भी खर्च आ रहा है. फिलहाल पोकला गेट में पूजा की तैयारी जोरों पर है. स्थानीय युवकों व पूजा समिति के सदस्यों द्वारा सहयोग किया जा रहा है. ज्ञात हो कि वर्ष 2005 के पहले पोकला गेट में दुर्गा पूजा नहीं होने के कारण नवमी व दशमी को पूरा सन्नाटा पसरा रहता था. आसपास की महिलाओं व बच्चों को पूजा करने व मेला देखने के लिये चार किमी दूर कामडारा जाना पड़ता था.
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