गुमला.
जिला अंतर्गत संचालित विभिन्न सरकारी बैंकिंग योजनाओं की प्रगति की समीक्षा को लेकर उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में बैंकर्स के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. बैठक में योजनाओं के सुचारू संचालन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये. उपायुक्त ने विशेष रूप से किसान क्रेडिट कार्ड योजना की समीक्षा करते हुए सिसई के लोको बैंक के प्रदर्शन को बेहतर करने के निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि बैंक की शाखाएं लंबित आवेदनों का शीघ्र निबटारा करें, ताकि किसान समय पर ऋण सुविधा का लाभ उठा सकें. उपायुक्त ने बैंकिंग सेवाओं को ग्रामीण क्षेत्रों में सुगम व सहज बनाने के लिए फीमेल बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट (बीसी सखी) की नियुक्ति को प्राथमिकता देने पर बल दिया. उन्होंने बैंक प्रबंधकों को पत्र लिख कर बीसी सखी बनाने की प्रक्रिया में सहयोग करने का निर्देश दिया. उपायुक्त ने कहा कि महिलाओं के माध्यम से संचालित इन बीसी प्वाइंट से ग्रामीणों को बैंकिंग सेवाओं में सहूलियत मिलेगी और उन्हें बैंक शाखाओं के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. साथ ही महिलाओं द्वारा किये गये बैंकिंग कार्यों से लोगों में अधिक विश्वास पैदा होगा.साक्षरता आकलन परीक्षा में शामिल होंगे 4378 असाक्षर
गुमला. प्राथमिक शिक्षा निदेशक झारखंड के निर्देशानुसार पूरे राज्य में साक्षरता आकलन परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है. इसके अंतर्गत जिला साक्षरता समिति गुमला ने 23 मार्च को नव भारत साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत व्यस्क नव साक्षरों के लिए बुनियादी साक्षरता आकलन व संख्यात्मक जांच परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है. सभी प्रखंड में चिह्नित परीक्षा केंद्रों में आकलन परीक्षा के लिए केंद्राधीक्षक व वीक्षक की प्रतिनियुक्ति की गयी है, जो विद्यालय में उपस्थित रहेंगे. परीक्षार्थियों के ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन करते हुए उन्हें आकलन परीक्षा में शामिल कराया जायेगा. आकलन परीक्षा के सफल आयोजन के लिए अनुश्रवण के निमित्त परीक्षा केंद्र के रूप में चिह्नित सभी विद्यालयों समेत सभी संकुल व प्रखंड संसाधन केंद्र को 23 मार्च को खुले रखने के निर्देश समेत सभी सीआरपी, बीआरपी, बीपीओ, बीइओ आदि को परीक्षा केंद्रों में आकलन परीक्षा के सफल आयोजन व अनुश्रवण करने का निर्देश दिया गया है. जिले में सभी प्रखंड द्वारा 4378 असाक्षरों को चिह्नित कर उन्हें बुनियादी साक्षरता के लिए जन चेतना केंद्र का संचालन स्वयंसेवकों के माध्यम से कराया गया है. जिला शिक्षा अधीक्षक नूर आलम खां ने बताया कि एनआइओएस द्वारा पूरे देश में साक्षरता कार्यक्रम अंतर्गत नवसाक्षरों समेत ऐसे सभी वयस्क लोगों के लिए इस आकलन परीक्षा का आयोजन किया जाता है. जिनके पास साक्षर होने का प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं है. बताया गया कि सभी प्रखंडों को प्रश्नपत्र सह उत्तर पुस्तिका भेज दी गयी है. सभी प्रखंड व संकुल क्षेत्र अंतर्गत विद्यालय (जन चेतना केंद्र) ही परीक्षा केंद्र होगा तथा संबंधित विद्यालयों के प्रधानाध्यापक केंद्राधीक्षक का कार्य करेंगे. शिक्षकों द्वारा वीक्षण कार्य किया जायेगा. परीक्षा हेतु सभी संकुल साधनसेवी को अपने संकुल अंतर्गत परीक्षा केंद्रों के लिए पर्यवेक्षक के रूप में नामित करते हुए जिला व प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों को अनुश्रवण की जवाबदेही दी गयी है.
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