गुमला. तेलंगाना के नागरकुरनूल जिला अंतर्गत श्रीशैलम में टनल हादसे में फंसे गुमला जिले के मजदूरों का तीसरे दिन भी कोई सुराग नहीं मिला. तेलंगाना सरकार ने मजदूरों को खोजने की पूरी ताकत लगा दी है. इधर टनल निर्माण में लगे मजदूरों ने भी अपने साथी मजदूरों को खोजने में जुट गये हैं. तेलंगाना से मजदूर मधु साहू ने बताया कि तीन दिन से टनल का निर्माण कार्य बंद है. अभी सुरंग में फंसे मजदूरों की खोजने का काम किया जा रहा है. इधर सुरंग हादसे मामले में विधायक गुमला व जिला प्रशासन ने संज्ञान लिया है. जिला प्रशासन का तरफ से सुरंग में फंसे जिले के मजदूरों के परिजनों को श्रीशैलम ले जाया जा रहा है. सभी परिजनों को फ्लाइट से श्रीशैलम भेजा गया है. परिजनों के साथ जिले के दो अधिकारी भी तेलंगाना गये हैं. ज्ञात हो कि नागरकुरनूल जिले में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल टनल परियोजना का एक हिस्सा ढह जाने से गुमला जिले के मजदूर टनल में फंस गये हैं. इनमें गुमला के तिर्रा गांव निवासी संतोष साहू, घाघरा के खंभिया कुंबाटोली निवासी अनुज साहू, रायडीह के कोबीटोली गांव निवासी जगता खेस व पालकोट के उमड़ा नकटीटोली गांव निवासी संदीप साहू शामिल हैं.
कंपनी ने परिजनों को तेलंगाना बुलाया
एक ठेकेदार के माध्यम से मजदूर के परिजनों को पता चला कि तेलंगाना की कंपनी द्वारा परिजनों को श्रीशैलम बुलाया गया है. ठेकेदार से जानकारी मिलने के बाद सभी मजदूर के परिजन चिंता में आ गये. तेलंगाना तक पहुंचने के लिए उनके आड़े आ रही आर्थिक स्थिति परिजनों की चिंता और अधिक बढ़ा रही थी. परिजन अपनी इस समस्या के समाधान के लिए सोमवार की सुबह गुमला विधायक भूषण तिर्की के आवास पहुंचे थे, जहां परिजनों को पता चला कि विधायक रांची विधानसभा गये हुए हैं. परंतु दूरभाष में विधायक से फोन पर बात होने के बाद विधायक ने गुमला डीसी से बात कर परिजनों की मदद करने के लिए कहा. इसके बाद परिजन चंदाली स्थित उपायुक्त कार्यालय पहुंचे, जहां परिजनों ने उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी से मुलाकात की और उन्हें घटना की जानकारी देते हुए मदद की गुहार लगायी.
जिला प्रशासन की टीम हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध : डीसी
मजदूरों के परिजनों की गुहार पर उपायुक्त ने त्वरित पहल करते हुए संबंधित पदाधिकारियों को चारों मजदूरों के एक-एक परिजन को श्रीशैलम ले जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. उपायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देशानुसार गुमला जिला प्रशासन श्रमिकों के परिजनों को हरसंभव सहयोग प्रदान करने को तत्पर है. उपायुक्त ने मजदूरों के परिजनों को सांत्वना दिया. साथ ही सकारात्मक समाचार की कामना की. उन्होंने परिजनों को आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन उनके साथ है. मजदूरों के सुरक्षित बचाव के लिए हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं. उपायुक्त ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गहरी चिंता जतायी है. उनके निर्देशानुसार गुमला जिला प्रशासन की टीम हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है.
परिजनों को फ्लाइट से श्रीशैलम ले जाया जायेगा : पुनीत मिंज
उपायुक्त के निर्देश पर श्रम अधीक्षक गुमला पुनीत मिंज व डीएसपी द्वारा मजदूरों के परिजनों को श्रीशैलम ले जाने की सभी प्रक्रियाओं को पूरा किया गया. श्रम अधीक्षक ने बताया कि मजदूर संदीप साहू के पिता जीतू साहू, मजदूर अनुज साहू के पिता राम प्रतात साहू, जगता खेस के बड़े भाई जीतराम खेस व मजदूर संतोष साहू के साला पवन साहू को श्रीशैलम ले जाया जा रहा है. सभी को सुरक्षित रूप से घटनास्थल पर ले जाने के लिए डीएमएफटी फैलो अविनाश पाठक व गुमला एसआइ निखित आनंद साथ में जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि मजदूरों के परिजन प्रशासनिक टीम के साथ शाम लगभग पांच बजे प्लेन के माध्यम से हैदराबाद पहुंचेंगे. इसके बाद हैदराबाद से सभी श्रीशैलम ले जाया जायेगा.
परिजनों ने विधायक, प्रशासन व प्रभात खबर को दिया धन्यवाद
गुमला. श्रीशैलम के टनल में फंसे मजदूरों के परिजनों ने गुमला विधायक, जिला प्रशासन व प्रभात खबर का आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद दिया. मजदूर संदीप साहू के पिता जीत साहू व मामा रवींद्र साहू ने बताया कि उन्हें एक ठेकेदार माध्यम से बीते 22 फरवरी को पता चला कि संदीप साहू और उसके साथ काम करने वाले गुमला के अन्य मजदूर टनल में फंस गये हैं और कंपनी द्वारा उन्हें निकालने का प्रयास किया जा रहा है. ठेकेदार द्वारा यह भी बताया कि कंपनी द्वारा उनलोगों को भी श्रीशैलम बुलाया गया है. लेकिन श्रीशैलम तक पहुंचने के लिए कंपनी द्वारा कोई व्यवस्था नहीं की गयी. हमारी आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है. हम अपनी समस्या को लेकर विधायक के पास पहुंचे. लेकिन वहां पहुंचने पर पता चला कि विधायक रांची में हैं, परंतु जैसे ही प्रभात खबर के माध्यम से विधायक को पता चला कि उनसे मिलने मजदूरों के परिजन उनके घर आये हैं. विधायक ने तुरंत पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए गुमला उपायुक्त से दूरभाष पर बात कर मजदूर के परिजनों की मदद करने के लिए कहा. इसके बाद सभी मजदूर उपायुक्त के पास पहुंचे, जहां उपायुक्त द्वारा सकारात्मक पहल करते हुए मजदूरों के श्रीशैलम जाने की व्यवस्था की गयी. जगता खेस के बड़े भाई जीतराम खेस व उसकी भाभी बसंती खेस ने चिंता प्रकट करते हुए कहा कि जगता कैसा होगा. कैसा नहीं. हमें काफी चिंता है. मजदूर संतोष साहू के साला पवन साहू ने बताया कि दीदी (संतोष साहू की पत्नी संतोषी देवी) को जब से पता चला है कि जीजा संतोष साहू टनल में फंस हुआ है. दीदी की तबीयत खराब हो गयी है. मजदूर अनुज साहू के पिता रामप्रतात साहू ने कहा कि भगवान से प्रार्थना है कि सब ठीक हो.
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