सिसई. गुमला-रांची मार्ग पर स्थित नागफेनी पुल के एक पिलर के झुकने की खबर प्रकाशित होने के बाद एनएचआइ (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) और आरकेडी कंपनी के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों की टीम नागफेनी पुल पहुंच पुल की स्थिति की बारीकी से निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को पुल का एक पिलर झुका हुआ मिला, जिससे उन्होंने संरचना पर दबाव बढ़ने की संभावना जतायी है. सुरक्षा की दृष्टि से अधिकारियों ने तत्काल पुल पर यातायात बंद करा दिया है. साथ ही पुल के दोनों ओर मिट्टी व डस्ट डाल कर बैरिकेडिंग कर दी गयी, ताकि कोई वाहन पुल से न गुजर सके. उसके लिए क्षतिग्रस्त पुल का रास्ता डायवर्ट कर पुराने पुल से जोड़ दिया गया है. एनएचआइ के निदेशक राजीव कुमार ने कहा कि तकनीकी विशेषज्ञों की टीम पुल की मजबूती और संरचना की विस्तृत जांच की जायेगी. जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की मरम्मत या पुनर्निर्माण की कार्रवाई तय की जायेगी. वहीं आरकेडी कंपनी ने दावा किया है कि स्थिति नियंत्रण में है और जल्द तकनीकी उपाय कर समस्या का समाधान कर लिया जायेगा. इधर क्षतिग्रस्त पुल पर की गयी बैरिकेडिंग बनाने और रास्ता डायवर्ट करने वाली व्यवस्था संतोषजनक नहीं है. रांची-गुमला हाइवे महत्वपूर्ण मार्ग है, जिससे रात-दिन सैकड़ों वाहन गुजरते हैं. रात में वाहन की गति काफी तेज होती है, जिसे रोकने के लिए सिग्नल की कोई व्यवस्था नहीं की गयी है. रास्ता डायवर्ट करने की जगह केवल बांस के खूंटा के सहारे प्लास्टिक का फीता बांध दिया गया है. पुल के समीप दोनों ओर मिट्टी का बैरिकेडिंग कर दी गयी है, जो सुरक्षा की दृष्टि से काफी नहीं है. इतना ही नहीं जहां रोड बंद का बोर्ड लगा है, वहां लाइन की व्यवस्था नहीं है. इससे यहां रात को हादसा होने का डर है.
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