गुमला. झारखंड प्रदेश विद्यालय रसोईया संयोजिका अध्यक्ष संघ ने अपनी मांगों को लेकर डीएसइ का घेराव किया. रसोइया संघ के उग्र आंदोलन को देखते हुए खुद डीएसइ उनके बीच पहुंच उनकी समस्याओं को सुन समाधान करने का आश्वासन दिया. जिलाध्यक्ष देवकी देवी ने डीएसइ को ज्ञापन सौंप कर रसोइया का बकाया मानदेय भुगतान की मांग की है. ज्ञापन में कहा गया है कि सरकारी विद्यालय में कार्यरत रसोइया को मात्र 66 रुपये प्रतिदिन महीने में मात्र दो हजार रुपये वर्तमान में मिलता है. वे लोग अत्यंत गरीब असहाय हरिजन, आदिवासी व अत्यंत पिछड़ा जाति की महिलाएं हैं, जिनका बीते कई वर्षों से मानदेय बकाया है. इस संदर्भ में अपने संगठन के माध्यम से कई बार धरना प्रदर्शन के माध्यम से जिला शिक्षा अधीक्षक को ध्यान आकृष्ट कराते रहे हैं. बार-बार हमें भुगतान करने का लिखित व मौखिक आश्वासन मिलते रहा है. 60 साल का नियमावली जब तक नहीं बनती है, तब तक किसी को भी नहीं हटाया जाये. जिले भर में जहां कहीं भी 60 साल बोलकर हटा दिया गया है या हटाने की प्रक्रिया की जा रही है, तो उस रसोइया की जगह में उनके घर के कोई भी सदस्य को काम दिया जाये. हमारी मांगें एक माह के अंदर पूरी की जाये. ऐसा नहीं होने पर बकाया मानदेय वाली सारी रसोइया संघ के कार्यकर्ता आपके कार्यालय के समक्ष धरना देंगे. ज्ञापन सौंपने वालों में अजीत प्रजापति, अनीता देवी केसरी, शोभा देवी, विनायकी देवी, हीरा देवी, माधुरी देवी, पुष्पा डांग, रूकसाना बेगम, सुभद्रा देवी, सीमा देवी, एलिस एक्का, कलेश्वरी देवी, जसिंता बारला, संतोषी देवी, अनिता देवी, रेणुका देवी, रोशन बीबी, सपना, प्रभा एक्का के नाम शामिल हैं.
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