27.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Jharkhand News: अपराधी से नक्सली बने अमन का खुलासा, थाना उड़ाने के बाद माओवादियों ने की थी खस्सी पार्टी

Jharkhand News: अमन ने बताया कि भाकपा माओवादी की रीढ़ शीर्ष नेता 15 लाख के इनामी बुद्धेश्वर उरांव के मारे जाने के बाद भाकपा माओवादी हताश हो गये थे. इसलिए वे अपनी खोयी हुई प्रतिष्ठा प्राप्त करने के लिए इधर लगातार नक्सली घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.

Jharkhand News: झारखंड की गुमला पुलिस की गिरफ्त में आया हार्डकोर नक्सली अमन नगेसिया ने पुलिस के समक्ष कई खुलासा किया है. 26 नवंबर 2021 को कुरूमगढ़ के नये थाना भवन को उड़ाने के बाद भाकपा माओवादियों ने खस्सी पार्टी की थी. जहां नाच-गान भी हुआ था. वहीं एक सप्ताह पहले पालकोट थाना क्षेत्र के बिलिंगबिरा जंगल में भी एक दर्जन माओवादियों ने बैठक कर खस्सी पार्टी की थी. अमन ने बताया कि भाकपा माओवादी की रीढ़ शीर्ष नेता 15 लाख के इनामी बुद्धेश्वर उरांव के मारे जाने के बाद भाकपा माओवादी हताश हो गये थे. इसलिए वे अपनी खोयी हुई प्रतिष्ठा प्राप्त करने के लिए इधर लगातार नक्सली घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं.

अमन ने पुलिस को बताया है कि 31 मई 2021 को कुरूमगढ़ थाना के मरवा जंगल में सुरक्षा बलों व नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. उस मुठभेड़ में एक संतरी नक्सली मारा गया था. उस समय उसकी पहचान पुलिस नहीं कर पायी थी. परंतु अमन ने पुलिस को बताया कि मरवा में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया नक्सली अंकित मुंडा था और उसका घर पश्चिम सिंहभूम है. उसे स्पेशल बुद्धेश्वर उरांव की सुरक्षा के लिए भेजा गया था, परंतु जब पुलिस ने बुद्धेश्वर उरांव की घेराबंदी की तो संतरी की डयूटी करते समय अंकित मुंडा सुरक्षा बलों की गोली का निशाना बन गया था.

Also Read: Sarkari Naukri 2022:झारखंड के मेडिकल कॉलेजों में शिक्षकों की होगी बहाली,इन विषयों के शिक्षक होंगे नियुक्त

मनोज नगेसिया जब भाकपा माओवादी में आया तो उसका नया नाम अमन नगेसिया रखा गया. मैट्रिक पास करने के बाद अमन कुछ अपराधियों के साथ घूमने लगा. दीपक, तिलकमैन जैसे अपराधी से सांठगांठ थी. क्षेत्र में छोटे-मोटे अपराध करता था, परंतु 2015 में उसका संपर्क भाकपा माओवादी के जोनल कमांडर अंतिम जी व आशीष दा से हुआ. इसके बाद वह भाकपा माओवादी में शामिल हो गया. उसकी कद-काठी को देखकर उसे गुरिल्ला ग्रुप में शामिल किया गया और बूढ़ा पहाड़ में गोली चलाने की ट्रेनिंग दी गयी. उसे सिमडेगा जोन का एरिया कमांडर बनाया गया. इसके बाद उसे बुद्धेश्वर उरांव के दस्ते में भेज दिया गया. इसके बाद अमन कई बड़ी घटनाओं में शामिल रहा.

Also Read: झारखंड में सेमी लॉकडाउन के विस्तार पर आज फैसला लेगी हेमंत सोरेन सरकार, ये पाबंदियां हैं अभी लागू

पुलिस पर हमला करने में वह आगे रहता था. कुरूमगढ़ थाना भवन को उड़ाने के समय अमन की सक्रिया भूमिका थी. वह बम लगाने का भी तकनीक जानता है. पुलिस का मानना है कि अमन की गिरफ्तारी बहुत बड़ी सफलता है. अमन ने कई और महत्वपूर्ण जानकारी दी है, परंतु पुलिस उस जानकारी को गुप्त रखकर कार्रवाई कर रही है. उसने संगठन के सदस्यों के नाम के अलावा मदद करने वाले सफेदपोशों का भी नाम बताया है.

रिपोर्ट: दुर्जय पासवान

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें