गुमला:सदर थाना क्षेत्र के लांजी ग्राम निवासी सह टेंपो ड्राइवर महेश साव की हत्या कर शव को बालू में गाड़ दिया गया. महेश का कोयल नदी के बंगाहारा घाट से चौकीदार व ग्रामीणों ने बरामद किया. शव मिलने के बाद घटना से आक्रोशित लांजी ग्राम के सैक ड़ो ग्रामीण सड़क पर उतर आये और शव के साथ गुमला रांची मुख्य मार्ग को जाम कर दिया.
जाम सुबह 9 बजे से दोपहर दो बजे तक रहा. सड़क जाम से गुमला रांची मुख्य मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गयी. प्रदर्शनकारी थाना प्रभारी निरंजन तिवारी के खिलाफ नारे बाजी कर उसे संस्पेंड करने, महेश के परिजनों को दस लाख रुपये मुआवजा देने व परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे थे. जाम की सूचना मिलने पर गुमला डीएसपी कैलाश करमाली, अंचलाधिकारी अलका कुमारी मौके पर पहुंचे. दोनों अधिकारियों ने ग्रामीणों व महेश के परिजनों को काफी समझाने का प्रयास किया. इस दौरान कई बार पुलिस व ग्रामीणों के बीच नोक झोंक होती रही. करीब साढ़े पांच घंटे बाद प्रभारी एसडीओ सह एलआरडीसी अनुप शरण व तेली उत्थान समाज के अध्यक्ष मुनेश्वर साहू व भूपन साहू जाम स्थल पहुंचे. मांगों पर अविलंब सुनवाई के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम समाप्त किया.
क्या है मामला
महेश के पिता बालचंद साव व बहन वीणा कुमारी ने बताया कि महेश बुधवार को नवाटोली ग्राम के करमा उरांव के पुत्र संतोष उरांव की शादी में बरात लेकर सिसई के कुदरा ग्राम गया था. कुदरा ग्राम से रात 10 बजे लौटने के बाद वह करमा उरांव के घर गया. रात 10 बजे महेश ने अपने मोबाइल से घर पर फोन कर अपनी बहन वीणा कुमारी से बात की. लेकिन इसके बाद से महेश घर नहीं लौटा. गुरुवार को परिजनों ने काफी खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चलने पर गुरुवार की शाम महेश के परिजन गुमला थाना पहुंचे और घटना की जानकारी देते हुए प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग की. गुमला थाना प्रभारी निरंजन तिवारी पर आरोप है कि कार्रवाई के बजाये उन्होंने पीड़ित परिवार के साथ गाली गलौज की और थाना से भगा दिया.