गुमला : केओ कॉलेज के शिक्षक व शिक्षिकेतर कर्मियों ने कॉलेज परिसर में गुरुवार को प्रेस वार्ता का आयोजन किया. उप प्राचार्य जीतवाहन बड़ाइक ने कहा कि प्रभारी प्राचार्य के निधन की खबरे समाचार पत्रों में कई तरह की रिपोर्ट प्रस्तुत हुई है. हम सभी शिक्षक व शिक्षिकेतर कर्मी मीडिया से अपील करते हैं कि एकरूपतावाली रिपोर्ट प्रकाशित करें. प्राचार्य की हत्या करनेवाले छात्र का नाम कृष्णा उरांव पिता पाही उरांव व हुरहुरिया निवासी है.
कर्मियों ने कहा कि छात्रावास से कृष्णा को निष्कासित करने की खबर प्रकाशित की गयी है. उसके निष्कासन में कॉलेज प्रबंधन व प्राचार्य की कोई भूमिका नहीं होती है. एडमिशन छात्र अधीक्षक लेते हैं, प्रिसिंपल नहीं. उनकी हत्या भुजाली से प्रहार कर हुई है. प्राचार्य कभी कड़ाई नहीं करते थे.
शिक्षक व शिक्षिकेतर कर्मियों ने कुलपति से मांग की है कि कॉलेज की वित्तीय व्यवस्था से निजी गार्ड व्यवस्था कराने का अधिकार देने, जिला प्रशासन को पांच बार एसडीओ के माध्यम से पिकेट बनाने की मांग जिला प्रशासन से की गयी थी. लेकिन जिला प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं किया. इस निमित शीघ्र ही पुलिस पिकेट बनाने, कॉलेज परिसर व बीएड कॉलेज में प्रतिदिन दो बार पुलिस गश्ती, प्राचार्य का पद गरिमामय होता है, इसलिए इसकी उच्चस्तरीय जांच के साथ सीबीआइ जांच कराने व बीएड कॉलेज की बाउंड्री के दोनो ओर अवैध रूप से संचालित शराब के अड्डों व कॉलेज मेन गेट के सामने दुकानों में अवैध शराब बिक्री पर अविलंब बंद कराने की मांग की है. प्रेस वार्ता में डॉ सुदामा सिंह, प्रो नंद कुमार केसरी, प्रो बीएन मिश्रा, केएन महतो, अमिताभ भारती, दिलीप प्रसाद, हेमेंद्र भगत सहित सभी कॉलेज के कर्मी मौजूद थे.