गुमला : घाघरा थाना के खंभिया झोरा टोली गांव में पत्नी व दो मासूमों की हत्या करने के बाद एतवा झोरा बेहोश था. 30 घंटे बाद उसे सोमवार की सुबह होश आया, तो पहले उसे अपने मृत बेटों की याद आयी.
वह अपने बेटे सावना झोरा व दुर्गा झोरा से मिलना चाहता था. जब उसे पता चला कि वे दोनों उसके ही द्वारा मार दिया गया है, तो वह विक्षिप्त जैसी हरकत करने लगा. शुरू में तो उसने अपनी पत्नी पुनी देवी, बेटा सावना उरांव व दुर्गा उरांव की हत्या से इंकार करता रहा, लेकिन जब उससे पूछताछ की गयी, तो उसने घटना की जानकारी दी. एतवा ने बताया कि उसकी पत्नी का अवैध संबंध देवर बंधना झोरा के साथ था. उसने रंगे हाथ पकड़ा था. इसलिए गुरुवार को पहले बंधना झोरा को मारने का प्रयास किया.
उसे पत्थर से कूच दिया. लेकिन बंधना बच गया. उसका इलाज रांची में चल रहा है. इसके बाद एतवा ने शनिवार की रात को अपने पत्नी व बेटों को जहर देने के बाद लोढ़ा से कूच दिया. पुलिस जांच में पता चला है कि जहर देने के बाद भी पुनी देवी नहीं मरी थी, तो उसे लोढ़ा से कूचा. इस दौरान पुनी ने भी एतवा पर बैठी से चेहरे पर हमला किया. इस हमले में एतवा का चेहरा कई स्थान पर कट गया था. इधर जब सुबह को एतवा को होश आया, तो उसे अपने किये पर अफसोस हो रहा है.