मरदा नदी से कलश में जल उठाने के दौरान घटी घटना
पालकोट : पालकोट प्रखंड के अंबेराडीह स्थित हनुमान मंदिर के प्रथम वार्षिकोत्सव समारोह को लेकर मरदा नदी से कलश में जल उठाने के दौरान श्रद्धालुओं पर भौंरों ने हमला कर दिया. 100 से अधिक महिला, पुरुष व बच्चों को भौंरो ने डंक मारा है. इसमें 20 लोगों की स्थिति गंभीर है.
इनका इलाज गुमला सदर अस्पताल में चल रहा है. प्राथमिक उपचार के बाद सभी घायलों की स्थिति ठीक बतायी जा रही है. वहीं जब भौंरों ने हमला किया था, उस समय अफरा-तफरी मच गयी थी. कुछ लोग सेमरा जंगल की ओर भागे. भागने के क्रम में कई लोग जंगल में गिर कर घायल हो गये. वहीं भौंरा के डंक मारने से पांच लोग बेहोश भी हो गये थे. जो बाद में होश में आये. जानकारी के अनुसार अंबेराडीह मंदिर के वार्षिकोत्सव पर लगभग एक हजार लोग कलशयात्र निकाले थे. श्रद्धालु कलश में जल लाने के लिए मरदा नदी पहुंचे थे.
कलश में जल उठाने के दौरान यज्ञाचार्य दिनेश चंद्र मिश्र द्वारा पूजा पाठ कराया जा रहा था. तभी नदी के बगल में स्थित सेमर पेड़ पर पर बैठे भौंरों को किसी ने छेड़ दिया. बड़ा छत्ता था. सभी भौंरों ने श्रद्धालुओं पर हमला कर दिया और डंक मारने लगे. इसके बाद सभी लोग इधर उधर भागने में घायल हुए हैं.
गंभीर रूप से घायलों के नाम इस प्रकार है : भौंरों के डंक मारने से 20 लोग गंभीर रूप से घायल हैं. इनमें कुंती देवी (23), रूपा कुमारी (6), कलावती देवी (45), शिल्पा देवी (27), पुष्पा कुमारी (15), वेदनी देवी (34),लीलावती देवी (38), रेखा कुमारी (20), शिल्पा कुमारी (20), पुजारी यमुना सिंह (55), अवधेश सिंह (55), विनोद सिंह (25), सुमी कुमारी (6), तारा कुमारी (6) व दमयंती देवी (45), पार्वती कुमारी, रोहित सिंह, भोला सिंह, वनबिहारी सिंह, यज्ञ आचार्य चंद्र मिश्र है.
देर से शुरू हुई पूजा :भौंरों का हमला जब शांत हुआ तो सभी घायलों को गुमला सदर अस्पताल लाया गया. इसके बाद मंदिर में पूजा-पाठ शुरू हुई. जो लोग हमले में बच गये, वे लोग पूजा-पाठ में भाग लिये. मौके पर सागर सिंह, महेश सिंह, सिकंदर सिंह, धर्म सिंह सहित कई लोग थे.
अध्यक्ष सागर सिंह ने कहा कि कुछ देर के लिए भौंरों के हमले से पूजा पाठ बाधित रहा. लेकिन घायलों को अस्पताल पहुंचाते के बाद विधि-विधान से पूजा की गयी.