गुमला : जला योजना समिति की बैठक में जिला परिषद का वार्षिक कार्य योजनाओं का अनुमोदन नहीं हो सका, क्योंकि प्रखंड विकास पदाधिकारियों ने पुरानी योजना को ही ग्राम सभा से पारित कर भेज दिया था.
इस पर जिला परिषद के सदस्यों ने आपत्ति दर्ज करायी, जिसके कारण बीआरजीएफ की 23 करोड़ की योजनाओं का अनुमोदन नहीं हो सका. अब 10 अगस्त की बैठक में योजनाओं का अनुमोदन किया जायेगा.
विकास भवन गुमला में आयोजित इस बैठक की शुरुआत में ही अध्यक्षता करने को लेकर कहासुनी हुई. पूर्व में सिमडेगा की विधायक विमला प्रधान कैबिनेट मंत्री थी और वे जिले की प्रभारी मंत्री थी.
इसी नाते वह बैठक की अध्यक्षता करती थी. कुछ सदस्यों ने कहा कि वोट के माध्यम से अध्यक्ष का चुनाव हो. मगर अंतिम में जिप अध्यक्ष सतवंती देवी व विधायक कमलेश उरांव ने कहा कि विमला प्रधान ही बैठक की अध्यक्षता करेगी.
बैठक में विधायक कमलेश उरांव, सिसई विधायक गीताश्री उरांव, डीसी प्रवीण शंकर, जिप अध्यक्ष सतवंती देवी, उपाध्यक्ष उषा देवी, डीडीसी पुनई उरांव, मेसो पदाधिकारी जगजीत सिंह, डीपीओ महेश भगत, जिप सदस्य बॉबी भगत, भैरव सिंह शेखावत, हांदू भगत, सुनील कुल्लू, चैतू उरांव, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी नागी सिंह कुटिंया, सीएस एलएनपी बाड़ा, जिला कल्याण पदाधिकारी रामेश्वर चौधरी सहित जिले के सभी अधिकारी उपस्थित थे.