दुर्जय पासवान@गुमला
गुमला जिला अंतर्गत चैनपुर थाना की पुलिस ने भाकपा माओवादी के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इनमें ताबिलसीरा गांव के विनोद केरकेट्टा (33 वर्ष), पिता-आह्लाद केरकेट्टा व जलका गांव के सुरेश मिंज (30 वर्ष), पिता-स्व. जहवा मिंज है. इन दोनों के पास से पुलिस ने एक देसी कट्टा, 315 बोर की एक जिंदा गोली, 12 बोर की सात जिंदा गोली व माओवादी का हस्तलिखित पर्चा बरामद किया है.
दोनों नक्सलियों को पुलिस ने सोमवार की शाम को चैनपुर व कुरुमगढ़ रास्ते पर गश्ती के दौरान सफी नदी के पास से पकड़ा है. पुलिस को देखकर ये दोनों भाग रहे थे. पुलिस ने शक के आधार पर दोनों को पकड़ा. इसके बाद पूछताछ की. पूछताछ में दोनों सदस्यों ने कई जानकारी पुलिस को दी है. मंगलवार को दोनों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया.
बताया जा रहा है कि सुरेश पूर्व में बारडीह गांव में निजी स्कूल चलाता था. उसी समय उसकी सांठगांठ नक्सलियों से हुई. इधर, पुलिस की दबिश व नक्सलियों की लगातार धर-पकड़ के बाद सुरेश भी स्कूल बंद कर रांची चला गया. जहां वह कुछ काम करता है. कुछ दिन पहले वह गुमला आया था.
इसके बाद वह बारडीह, कुरूमगढ़ इलाके का भ्रमण करते हुए चैनपुर के रास्ते गुमला आ रहा था. तभी चैनपुर थाना प्रभारी प्रभुनाथ सिंह ने सुरेश को पकड़ा. सुरेश के साथ विनोद भी था. वह माओवादी के सबजोनल कमांडर बुद्धेश्वर उरांव के संपर्क में था. ये दोनों नक्सलियों के कहने पर लेवी वसूली व पुलिस की सूचना नक्सलियों तक पहुंचाने का काम करते थे.
थाना प्रभारी प्रभुनाथ सिंह ने बताया कि नक्सलियों की धर-पकड़ व अपराध मुक्त को लेकर लगातार क्षेत्र में पुलिस की गश्ती चलायी जा रही है. इसी गश्ती के दौरान पुलिस ने दो लोगों को पुलिस को देखने के बाद भागते देखा. पुलिस ने दोनों को खदेड़कर पकड़ा तो उन लोगों के पास से पिस्तौल, गोली बरामद हुई. पूछताछ में दोनों ने बताया है कि ये दोनों माओवादियों के समर्थक हैं और उनके लिए काम करते हैं.