ठाकुरगंगटी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत अमरपुर पंचायत के बभनिया गांव के लोग आज भी विकास की मूलभूत सुविधाओं से वंचित है. लगभग 65 घरों में बसी लगभग 500 की आबादी वाले इस गांव में कुर्मी समाज के लोग रहते हैं. हल्की बारिश में भी पूरा गांव कीचड़ और जलजमाव से भर जाता है, जिससे लोगों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. आश्चर्य की बात यह है कि यही गांव 20 सूत्री कार्यक्रम के प्रखंड उपाध्यक्ष रविन्द्र प्रसाद महतो का भी गृह ग्राम है. इसके बावजूद गांव की सूरत नहीं बदली है. बभनिया गांव परासी-तेतरिया मुख्य मार्ग के किनारे बसा हुआ है, फिर भी मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर है.
सड़क बनी कीचड़ का गड्ढा, जल निकासी की व्यवस्था नहीं
गांव के ग्रामीण गुरु प्रसाद महतो, लंबोदर महतो, दुखन महतो, सुभाष महतो और पंकज कुमार महतो ने बताया कि हल्की बारिश होते ही पूरी सड़क कीचड़ और पानी से भर जाती है, जिससे पैदल चलना तक मुश्किल हो जाता है. नाला नहीं होने के कारण बारिश का पानी जमा हो जाता है और रास्ता तालाब का रूप ले लेता है. ग्रामीणों ने बताया कि हर वर्ष बारिश के मौसम में उन्हें इस स्थिति का सामना करना पड़ता है. हाथों में चप्पल लेकर कीचड़ भरे रास्तों से गुजरना रोजमर्रा की मजबूरी बन चुकी है.बीमारियों और मच्छरों से भी खतरा
जलजमाव के कारण गांव में संक्रमण और जलजनित बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. शाम होते ही मच्छरों का प्रकोप इस कदर बढ़ जाता है कि लोगों का घर से बाहर निकलना दूभर हो जाता है. ग्रामीणों ने बताया कि वे कई वर्षों से जल निकासी के लिए नाले के निर्माण की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस पहल नहीं हुई है. शासन-प्रशासन द्वारा गांव की उपेक्षा किये जाने से लोगों में गहरा आक्रोश है. ग्रामीणों ने जल्द से जल्द समस्या के स्थायी समाधान की मांग की है और कहा कि यदि समय रहते प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे.
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