पथरगामा प्रखंड संसाधन केंद्र के चारदीवारी के बाहर कूड़ा-करकट का अंबार जमा होने से स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यहां गंदे कागज, कार्टून, पॉलिथीन, फटे-चिटे बोरे समेत विभिन्न प्रकार के कूड़े के ढेर लगे हुए हैं. स्थिति इतनी दयनीय है कि कुछ लोग दिन-रात इसी जगह शौच भी करते हैं, जिससे दुर्गंध फैलती रहती है.
दुर्गंध से स्वास्थ्य प्रभावित, प्रखंड कार्यालय कर्मी भी हैं परेशान
कूड़ा-करकट की बदबू प्रखंड संसाधन केंद्र कार्यालय तक पहुंच रही है, जो सीधे कार्यालय के मुख्य द्वार के पास है. इसके कारण कार्यालय के अधिकारी-कर्मी प्रतिदिन गंदगी और दुर्गंध से जूझ रहे हैं. लोगों का कहना है कि गंदगी के कारण उनके स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ रहा है. पथरगामा पंचायत को ओडीएफ घोषित करने के दौरान तत्कालीन मुख्य हेमंत कुमार पंडित की पहल पर कूड़ादान लगाया गया था. लेकिन साफ-सफाई न होने के कारण अब कूड़ादान में कचरे के फेंकने की जगह नहीं बची है. इसी वजह से लोग कूड़ा-करकट को चारदीवारी के बाहर फेंकने लगे हैं, जिससे गंदगी का अंबार लग गया है.प्रखंड प्रशासन से जुर्माना लगाने की मांग
स्थानीय लोग प्रखंड प्रशासन से अपील कर रहे हैं कि गंदगी फैलाने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ जुर्माना लगाया जाये, ताकि स्वच्छता सुनिश्चित हो सके और इस समस्या से निजात मिल सके. इस संबंध में शिक्षा विभाग के बीपीओ मो कमालउद्दीन ने बताया कि चारदीवारी के बाहर गंदगी न फेंकने की बार-बार अपील की जा चुकी है, फिर भी लोग कूड़ा-करकट फेंकने से नहीं रुक रहे हैं. दुर्गंध की समस्या बनी हुई है और इसे लेकर गंभीरता से कदम उठाने की आवश्यकता है.
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