ठाकुरगंगटी प्रखंड क्षेत्र के महुआरा गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में रविवार को झारखंड आंदोलनकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गयी. बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ आंदोलनकारी मुनेश्वर प्रसाद मंडल ने की, जिसमें सैकड़ों आंदोलनकारी एवं झामुमो कार्यकर्ताओं ने भाग लिया. बैठक की शुरुआत में सभी उपस्थित लोगों ने झारखंड निर्माता दिशोम गुरु शिबू सोरेन के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुनेश्वर मंडल ने कहा कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचारधारा और आंदोलन के प्रतीक थे. उन्होंने जल, जंगल, जमीन की रक्षा करते हुए झारखंड राज्य की नींव रखी और आंदोलनकारियों को सम्मान दिलाया. उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन ने आंदोलनकारियों को जेल भरो आंदोलन के समय पहचान दिलाते हुए उन्हें सम्मानित किया, जो आज भी गर्व की बात है. आज जब वे हमारे बीच नहीं हैं, तब उनकी स्मृतियां और योगदान हमेशा प्रेरणास्रोत बने रहेंगे. बैठक में यह भी मांग की गयी कि आंदोलनकारियों को सिर्फ सम्मान नहीं, बल्कि अब पेंशन जैसी सुविधाएं भी मिलनी चाहिए. सभी ने हेमंत सोरेन सरकार से जल्द निर्णय लेने की उम्मीद जतायी. बैठक में वीर शिबू अमर रहें के नारों से माहौल गूंज उठा. इस अवसर पर प्रधान सोरेन, ज्योतिष यादव, भैरो रविदास, कल्लू हेंब्रम, बलराम मंडल, कांति मंडल सहित सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित थे. कार्यक्रम का समापन एकता और आंदोलनकारी अधिकारों की मांग के साथ हुआ.
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