पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत रविवार को पथरगामा में व्याहूत कलवार सेवा ट्रस्ट की ओर से व्याहूत समाज के कुल देवता भगवान बलभद्र का विधिवत पूजन किया गया. पूजन कार्य पंडित अशोक पाठक द्वारा मंत्रोच्चार के साथ संपन्न कराया गया, जिसमें यजमान के रूप में रविशंकर भगत उपस्थित रहे. पूजन उपरांत प्रसाद वितरण किया गया. इसके पश्चात आयोजित विचार गोष्ठी का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ. कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति अध्यक्ष प्रमोद भगत ने की, जबकि संचालन मनोज भगत ने किया. वक्ताओं ने भगवान बलभद्र को समाज का कुल देवता बताते हुए कहा कि उनके पूजन के बिना कोई भी शुभ कार्य, विशेष रूप से विवाह, आरंभ नहीं होता. उन्होंने समाज के प्रत्येक घर में कुल देवता की पूजा सुनिश्चित करने की अपील की. विचार गोष्ठी में समाज के एकता, संगठन और चौमुखी विकास पर विस्तार से चर्चा हुई. वक्ताओं ने कहा कि शिक्षा ही समाज को उन्नति के शिखर पर पहुंचा सकती है. धर्मशाला के विकास, आपसी सहयोग और सामूहिक प्रयासों की भी सराहना की गयी. कार्यक्रम में व्याहूत समाज के बुजुर्ग महिला-पुरुषों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया. सम्मानित पुरुषों में नंदलाल भगत, जगन्नाथ भगत, सुभाष भगत, जगदेव भगत शामिल हैं. वहीं सम्मानित महिलाओं में पार्वती देवी, वीणा देवी, सीता देवी, इंद्रमनी देवी शामिल रहीं. इस अवसर पर प्रमोद भगत, सुशील भगत, किशुन प्रसाद भगत, शेखर भगत, प्रदीप भगत, राजकुमार भगत, बाबूलाल भगत, वीरेंद्र भगत, बेचन भगत, रंजीत भगत, गोपाल भगत समेत सैकड़ों समाजसेवी, महिला-पुरुष और बच्चे उपस्थित थे. कार्यक्रम पूरे श्रद्धा, उत्साह और सामाजिक एकता के साथ संपन्न हुआ.
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