बगोदर प्रखंड की तिरला पंचायत के डोरियो गांव स्थित नूरी मस्जिद टोला में पानी की समस्या से लोगों को जूझना पड़ रहा है. रमजान के पाक महीने में भी ग्रामीण महिलाओं को रोजा के समय सुबह-शाम पानी की जुगाड़ में भटकना पड़ता है. बता दें कि तिरला पंचायत में नल जल के तहत कार्य किया गया है. लेकिन, नूरी मस्जिद टोला छोड़कर अन्य मुहल्ले में एक भी यूनिट नहीं दिया गया है, जिससे यहां पर रह रहे करीब 60 घरों के परिवार जल संकट से जूझ रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि रमजान जैसे महीने में भी उन्हें पानी नहीं मिल रही है. इस टोले की आबादी में करीब एक हजार की आबादी है. टोले के लोग तालाब या फिर एक सरकारी चापाकल पर निर्भर हैं. टोले के संपन्न वर्ग के लोग अपने स्तर से बोरिंग करवा पानी की व्यवस्था कर रखी है, लेकिन अधिकांश लोगों को दैनिक कार्य के लिए तालाब जाना पड़ता है.
क्या कहते हैं लोग
पंचायत के अन्य हिस्सों में नल जल का कार्य किया गया है. लेकिन, लगातार मांग के बाद भी नूरी मस्जिद टोले में नल जल के तहत कार्य नहीं किया गया है. इससे गर्मी के दिनों के अलावा अन्य दिनों में भी जल संकट से जूझना पड़ता है. एक सरकारी चापाकल पर लोग लोग निर्भर हैं.मो फारूक अंसारी ग्रामीण
नूरी मस्जिद टोले में पानी की समस्या को लेकर कई बार पंचायत समिति की बैठक में प्रस्ताव रखा गया है. लेकिन, कोई भी पहल नहीं की जा रही है. इस बार टोले को नल जल योजना से जोड़ने की मांग की गयी है, ताकि गर्मी में लोगों को दिक्कत ना हो.
संजीदा बेगम, पंसस
कोट
लालू प्रसाद महतो, जेई, पेयजल व स्वच्छता विभाग
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