नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि गोड्डा के सूर्या हांसदा का एनकाउंटर नहीं, बल्कि मर्डर हुआ है. अभी तक जो परिदृश्य सामने आया है, उससे यही प्रतीत होता है. उनके परिवार के लोगों का भी यही आरोप है कि सूर्या हांसदा का पुलिस के हाथों मर्डर हुआ है. पीड़ित परिवार जब इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग कर रहा है, तो सरकार क्यों चुप है. सीबीआई जांच होने से मामला साफ हो जायेगा. कहा कि कहीं न कहीं दोषी को पुलिस बचाया जा रहा है. श्री मरांडी ने उक्त बातें सोमवार को कोदाईबांक स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से कही. कहा कि सूर्या हांसदा की मौत को जहां परिवार के लोग मर्डर कह रहे हैं, वहीं, पुलिस ने इसे एनकाउंटर साबित करने में पूरा बल लगा दिया है. पुलिस के बयान और लिखी गयी डायरी में विरोधाभास है. इससे भी साफ साबित होता है कि सूर्या की हत्या करके एनकाउंटर की स्क्रिप्ट लिखी जा रही है. सूर्या को गिरफ्तार करके पुलिस ने उसको टॉर्चर किया. यह उसके शरीर को देखते से पता चलता है. इलेक्ट्रिक शॉक देकर जलाया भी गया है. कहा कि जब वह मुखमंत्री थे तो निरसा में फॉरवर्ड ब्लॉक के एक नेता की हत्या हुई. लोगों ने जीटी रोड को जाम कर दिया था. इसकी जानकारी मिलने के बाद उन्होंने जाम कर रहे लोगों से बात की. लोगों ने सीबीआई से जांच कराने की मांग की. इस पर उन्होंने तुरंत सीबीआई जांच की अनुशंसा कर दी थी. इसी तरह भाकपा माले के नेता महेंद्र सिंह की हत्या की भी लोगों की मांग पर बगैर देर किये पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने सीबीआई जांच का आदेश दे दिया था. सूर्या की हत्या की सीबीआई से जांच कराने की मांग हो रही है, तो सरकार विलंब क्यों कर रही है. मुख्यमंत्री को तत्काल सीबीआई जांच का आदेश दे देना चाहिए था. मौके पर अशोक उपाध्याय, मनोज यादव, रामचंद्र ठाकुर, पवन साव, मो इलियास, किशुन यादव, अर्जुन साव, कुणाल सिंह, मुकेश प्रजापति, मोहन बरनवाल आदि उपस्थित थे.
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