कई राज्यों में संचालित कर रहा था संगठन की गतिविधि
दो वर्षों से प्रयाग मांझी पारसनाथ इलाका में किये हुए था कैंप
प्रशांत बोस की गिरफ्तारी के बाद नक्सली संगठन की कमान एक करोड़ के इनामी नक्सली प्रयाग मांझी और विवेक दा के जिम्मे सौंप दी गई थी. प्रयाग मांझी दा उर्फ विवेक दा वैसे तो धनबाद जिले के टुंडी के दल बूढ़ा गांव का रहने वाला था, लेकिन उसके जिम्मे पूरे नक्सली संगठन की कमान थी. गिरिडीह के पारसनाथ पर्वत का भी कमान प्रयाग मांझी और विवेक दा के जिम्मे था. पारसनाथ की कमान संभालने के बाद प्रयाग मांझी उर्फ़ विवेक दा जून 2023 में पारसनाथ पर्वत पहुंचा था और यहां नक्सली संगठन के कई बड़े नेताओं के साथ बैठक कर संगठन को मज़बूत करने में जुट गया था.बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा में बोलती थी तूती
कौन-कौन रहता था विवेक दा के साथ
जानकारी के अनुसार प्रयाग मांझी उर्फ विवेक दा के साथ में कई अन्य बड़े-बड़े इनामी नक्सली भी साथ रहते थे. जिसमें मुख्य रूप से नक्सली परवेज मांझी उर्फ अनुज दा, अरविंद यादव उर्फ नेताजी, हार्डकोर नक्सली नारायण कोड़ा समेत कई नक्सली शामिल थे. इन नक्सलियों के पास एके 47 और इंसास समेत कई हथियार भी रहते थे. इन दस्ते में करीब 50 से अधिक नक्सली शामिल रहते थें. जिसमें एक दर्जन की संख्या में महिला नक्सली भी शामिल रहती थी.कहां का रहने वाला था विवेक दा
एक करोड़ का इनामी नक्सली प्रयाग मांझी उर्फ विवेक दा वैसे तो धनबाद जिले के टुंडी के दलबुढ़ा का रहने वाला था, लेकिन यह न सिर्फ पारसनाथ पर्वत बल्कि इसके अलावा छतीसगढ़, झुमरा, बिहार से लेकर बंगाल तक में रह चुका हथा और संगठन के लिए वर्षों से काम करते हुए आ रहा था. विवेक दा के खिलाफ सिर्फ गिरिडीह जिले में ही 50 से अधिक मामले दर्ज है. (राकेश सिन्हा, गिरिडीह)डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

