जिले में महात्मा गांधी के आगमन की शताब्दी के अवसर पर आयोजित स्मृति पदयात्रा मंगलवार को संपन्न हो गयी. दो दिवसीय यह पदयात्रा खरगडीहा से प्रारंभ होकर सोमवार को चितरडीह में विश्राम करने के बाद मंगलवार को गिरिडीह नगर पहुंची. शहर में प्रवेश के बाद सबसे पहले जेपी चौक पर गांधी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. इसके बाद यात्रा नगर भवन तक पहुंची जहां पदयात्रियों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया. नगर भवन में आयोजित कार्यक्रम में स्कूली बच्चों द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गयीं. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपायुक्त रामनिवास यादव, विशिष्ट अतिथि के रूप में पुलिस अधीक्षक डॉ. विमल कुमार, डीएफओ मनीष तिवारी और जेएमएम जिला अध्यक्ष संजय सिंह उपस्थित थे.
यात्रियों का स्वागत किया गया
बताया गया कि यह पदयात्रा महात्मा गांधी के गिरिडीह आगमन के 100 वर्ष पूरे होने की स्मृति में आयोजित की गयी थी. उसी ऐतिहासिक यात्रा को पुनः स्मरण करते हुए गांधी विचारों में विश्वास रखने वाले नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस दो दिवसीय स्मृति पदयात्रा का आयोजन किया. मार्ग में जगह-जगह स्थानीय ग्रामीणों, सामाजिक संगठनों और विद्यालयों ने यात्रियों का स्वागत किया. कार्यक्रम के दौरान बच्चों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने उपस्थित लोगों को भावविभोर कर दिया. बाद में सभी प्रतिभागी बच्चों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.
महात्मा गांधी के विचार आज भी हैं प्रासंगिक
इस मौके पर डीसी रामनिवास यादव ने कहा कि महात्मा गांधी के विचार आज भी समाज के लिए मार्गदर्शक हैं. उनके सिद्धांत अहिंसा, सत्य और सेवा को जीवन में उतारकर ही सच्चे अर्थों में उन्हें श्रद्धांजलि दी जा सकती है. वहीं एसपी डॉ. विमल कुमार ने कहा कि गांधी जी ने समाज को शांति, सद्भाव और अनुशासन का संदेश दिया. युवाओं को उनके आदर्शों से प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए. अंत में कवि सम्मेलन का आयोजन कर इस पदयात्रा का समापन किया गया. मंच संचालन आलोक रंजन ने किया. जबकि मौके पर राकेश सिन्हा, कृष्णकांत, रीतेश सराक, सुनील मंथन शर्मा, प्रभाकर, जय कुमार मिश्र, बद्री दास, रामजी यादव, राजेश सिन्हा, सतीश कुंदन आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

